मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण इस बार जहां अत्यधिक ठंड ने लोगों को मुसीबत में डाला है तो इस साल गर्मी भी अपने चरम पर होगी। उनका कहना है कि इस बार लू पड़ने के दिनों में भी इजाफा हो सकता है। ज्ञात हो कि अक्सर होली का पर्व मार्च के प्रथम या दूसरे सप्ताह में आता है। यह ऐसा समय होता है जब सर्दी की विदाई होती है और गर्मी का आगमन होता है। इसी के चलते रंगों का पर्व गुलाबी ठंड के बीच मनाया जाता है, लेकिन इस बार सर्दी के मौसम की विदाई फरवरी में ही होने वाली है। जबकि होली भी तीसरे सप्ताह में मनाई जाएगी।
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल दिल्ली एनसीआर के साथ उत्तर प्रदेश में तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है। आमतौर पर फरवरी का अधिकतम तापमान औसतन 23 डिग्री और मार्च में 29.6 डिग्री तक दर्ज किया जाता है। लेकिन, इस बार फरवरी के तीसरे सप्ताह में 27 डिग्री के पार पहुंच चुका है। महीने के अंतिम दिन 28 फरवरी को 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। जबकि न्यूनतम भी 12 से 13 डिग्री तक पहुंचने के आसार हैं। इसी प्रकार मार्च के तीसरे सप्ताह यानी होली पर अधिकतम तापमान 36 से 37 और न्यूनतम 16 से 17 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।
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मौसम विभाग का कई जिलों में 23-25 फरवरी तक झमाझम बारिश और ठंडी हवाओं का अलर्ट सर्दी और बारिश के बाद गर्मी भी तोड़ेगी रिकॉर्ड मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले 15 दिन में कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ नहीं आ सका है। जिसके चलते आसमान साफ है और धूप पड़ रही है। इस वजह से पारे के साथ गर्मी बढ़नी शुरू हो गई है। मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत का कहना है कि इस साल बारिश और सर्दी ने जलवायु परिवर्तन के कारण नए रिकॉर्ड बनाए है। इसी वजह से मार्च में अच्छी गर्मी पड़ना तय है। इस बार होली पर गर्मी जमकर पसीने छुड़ाएगी। जबकि अप्रैल, मई और जून के महीने मे इस बार भीषण गर्मी पड़ने का अनुमान है।