तापमान में लगातार गिरावट आ रही है तो कोहरा पड़ना भी जल्दी ही शुरू हो गया। पहाड़ों पर बर्फबारी भी समय से पूर्व ही शुरू हो गई। पिछले कई दिनों ने सुबह धूप निकलने से दिनभर गर्माहट बनी रहती थी। जबकि सुबह-सुबह और शाम ढलने के बाद ठंड महसूस होता था। मगर रविवार को मौसम ने अचानक करवट बदल ली और ठंड का प्रभाव भी बढ़ गया। मौसम विभाग की मानें तो आगे आने वाले दिनों में ठंड का प्रभाव और भी बढ़ेगा।
मौसम विभाग पहले ही इस कड़ाके की ठंड की चेतावनी जारी कर चुका है। विभाग के मुताबिक इस बार ला नीना के प्रभाव से दिसंबर, जनवरी और फरवरी के दौरान उत्तर प्रदेश समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। शीत लहर और कोहरे के दिन भी इस साल कहीं अधिक रहने के आसार हैं।
मौसम पूर्वानुमान के संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार 21 नवंबर को न्यूनतम तापमान 17 डिग्री और अधिकतम 28 डिग्री रहा। जबकि 22 नवंबर को न्यूनतम तापमान 16 डिग्री और अधिकतम 28 डिग्री रहा। वहीं आज यानि 23 नवंबर को न्यूनतम तापनान 12 डिग्री के करीब पहुँच गया है, जो लोगों कंपा सकता है।
पिछले साल की तुलना में ठंड ने जल्दी दस्तक दी है। पिछले साल 20 नवंबर तक ठंड नहीं था। ठंडी हवा चलने के कारण लोगों ने दिन में भी ठंड का अनुभव करना शुरू कर दिया। मौसम विभाग ने मंगलवार से तापमान में और भी कमी आने तथा ठंड बढ़ने की संभावना जताई है।
बच्चों व बुजुर्गों को रखना होगा एहतियात डॉक्टरों की मानें तो ठंड में खासकर बच्चे और बूढ़ों को सावधानी बरतनी चाहिए। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विकास कुमार ने बताया कि इस समय हार्ट व बीपी के रोगी को सतर्कता बरतनी चाहिए। बीपी रोगी की जांच कराते रहना चाहिए।