नदी किनारे बसे जिलों के लिए अलर्ट जारी पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश की वजह से यूपी की 12 जिलों की नदियां उफान पर हैं। स्थानीय मौसम विभाग निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि 4 अगस्त तक मौसम में परिवर्तन का सिलसिला इसी तरह चलता रहेगा। प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश होती रहेगी। उधर, नदियों के उफान की वजह से गंगा-यमुना किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे जिलों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही बाढ़ की चेतावनी को देखते हुए संगम जल पुलिस बल के साथ ही एसडीआरएफ की फ्लड कंट्रोल यूनिट को एहतियात के तौर पर तैनात किया गया है।
घाटों की डूबने लगी सीढियां पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश से वाराणसी में गंगा के जलस्तर में बढ़ाव तेज हो गया है। गंगा के जलस्तर में प्रयागराज से बलिया तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, वाराणसी में शुक्रवार की रात 8 बजे गंगा का जलस्तर 63.08 मीटर दर्ज किया गया। जो कि शनिवार को बढ़कर 63.40 मीटर पर पहुंच गया। यह सामान्य जलस्तर 66.599 मीटर से नीचे है। किसी तरह के हादसे से बचने के लिए बड़ी नावों को घाटों पर लगे पोलों और भवनों की कड़ियों से बांध दिया गया है। छोटी नावों को घाट के ऊपरी हिस्से की ओर ले जाने का काम शुरू कर दिया गया है।
सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर रहे लोग प्रयागराज में भी गंगा घाटों पर जलस्तर बढ़ रहा है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। सुरक्षित ठिकाने की तलाश में लोग पलायन कर रहे हैं।