ये भी पढ़ें- जनता ने बता दिया कि 2022 में नहीं चलेगी पंचर साइकिल: सिद्धार्थ नाथ सिंह श्रीकला सिंह- जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर पूर्व सांसद धनन्जय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को 43 वोटों के साथ शानदार जीत मिली। दूसरे नम्बर पर भाजपा की बागी नीलम सिंह (28 मत) रहीं। सपा को महज 12 सदस्यों ने ही वोट किया। राजनीतिक जानकारों की मानें, श्रीकला सिंह की जीत से यह साबित हो गया है कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह का जिले में दबदबा अभी भी कायम हैं। वह एक बार फिर किंगमेकर साबित हुए हैं। उनके सामने निर्दल नीलम सिंह और समाजवादी पार्टी की निशी यादव जैसी चुनौती थी, लेकिन इसके बावजूद राजनीतिक गुणा-गणित करते हुए उन्होंने 83 में से 43 वोट अपने पक्ष में कर लिए। ऐसे में आगामी 2022 चुनाव में उनकी अहम भूमिका हो सकती है।
ये भी पढ़ें- आधे से ज्यादा यूपी जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर महिलाओं का कब्जा, जानिए किस सीट पर किसने मारी बाजी माधुरी पटेल- बाहुबली विधायक राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल की प्रत्याशी माधुरी पटेल को 51 में से 40 मत मिले। सपा जिसके पास सबसे अधिक 17 उम्मीदवार थे, उसे केवल छह मत मिले। राजनीतिक जानकारों की मानें, तो सपा क्या भाजपा भी प्रतापगढ़ में राजा भैया के गुणा भाग को समझ नहीं पाई। 12 निर्दलीयों के साथ अन्य दलों के अधिकतर सदस्य भी उनके पाले में दिखे। कुंडा से विधायक की जिले में धमक बरकरार है। 2022 विधानसभा चुनाव में सभी दलों को यहां अलग योजना तैयार करनी पड़ सकती है।
राधिका पटेल- सोनभद्र से अपना दल की राधिका पटेल को 19 मतों के साथ जीत मिली। सपा के जयप्रकाश 12 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। अपना दल एस का गठबंधन भाजपा से है। लेकिन इस जीत को देखें, तो पार्टी का दमखम अभी भी बरकरार दिख रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीते दिनों पार्टी अध्यक्ष भाजपा पर केंद्र में जगह पाने व पति तो यूपी कैबिनेट में शामिल करने को लेकर दबाव बनाती दिखी थीं। इस जीत के बाद उनका आत्मविश्वास और बढ़ा है। आगामी दिनों में इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है।