आयकर विभाग ने अरुण मिश्रा की संपत्तियों पर शिकंजा कसा है। दिल्ली में इनकी 200 करोड़ की संप्तति को अटैच किया जा चुका है। वहीं, लखनऊ और देहरादून में 100 करोड़ रुपये कीमत की दो कंपनियां हैं जिनपर जल्द ही कार्रवाई शुरू होनी है। इसी के साथ आयकर विभाग बाराबंकी के कुर्सी रोड स्थित अरुण के इंजीनियरिंग कालेज के भवन और भूमि को विभाग अटैच करेगा।
ये भी पढ़ें: योगी सरकार के नाम जुड़ गया ये खास रिकॉर्ड, काफी पीछे छूट गये मायावती-अखिलेश अप्रत्यक्ष रूप से कालेज का संचालन बाराबंकी के एशियन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कालेज की 25 हजार वर्गमीटर से भी ज्यादा भूमि और भवन बेनामी है। इसे सोसाइटी फॉर एडवांसमेंट एजुकेशन के नाम से लिया गया था । इसमें भी तमाम बोगस कंपनियों के नाम से निवेश कराया गया था। विभाग ने कालेज की भूमि और भवन को भी अटैच कर लिया है। विभान ने कालेज की जांच की तो पाया कि अरुण मिश्रा ने इस कालेज की स्थापना के लिए कोलकाता स्थित खोखा कंपनी से फंड मैनेज किया था। कालेज के मैनेजमेंट का संचालन अप्रत्यक्ष रूप से अरुण मिश्रा ही करते रहे हैं। आयकर विभाग की लिखापढ़ी में उनके तमाम कार्यों और संपत्ति की देखभाल में एक महिला का नाम सामने आया है। आयकर विभाग ने पाया कि यह महिला कालेज का संचालन भी कर रही है।
माता पिता के नाम पर खरीदी थी संपत्ति बलबीर रोड देहरादून स्थित 731 वर्ग मीटर की संपत्ति अरुण मिश्रा ने अपने पिता प्रकाश मिश्रा, मां तारा मिश्रा और एक कंपनी अजंता मर्चेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से खरीदी थी। कंपनी ने दिल्ली की पृथ्वीराज रोड की संपत्ति को खरीदा था। इसे आयकर विभाग की बेनामी विंग अटैच कर चुकी है। जांच में पाया गया कि इस कंपनी को भी कोलकाता की खोखा कंपनी फंड करती है।
सभी बैंक खाते सीज अरुण मिश्रा के नाम पर 70 बैंक संचालित हैं। इन सभी खातों को सीज कर लिया गया है। इनमें से 30 से ज्यादा खातों में अरुण मिश्रा का नाम लिखा है। बाकी में ए. कुमार मिश्रा, ए. मिश्रा, कौशिक ए, कुमार मिश्रा और कौशिक अरुण मिश्रा लिखा है।