उन्होंने नियमित रूप से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, कूड़ा उठान एवं सीवर आदि की सफाई के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बनारस हमारी सांस्कृतिक धरोहर है और पूरे देश-दुनिया के लोग यहां आते हैं। नागरिक सुविधाओं व नियमित सफाई का अभाव तथा नाले-नालियों में गन्दगी पाये जाने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
कार्यों की मॉनीटरिंग उन्होंने इस दौरान किये जा रहे कार्यों की नियमित मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही सुबह 5 से 8 बजे के बीच होने वाली और सायंकालीन 4 से 8 बजे के बीच की जा रही साफ-सफाई, कूड़ा उठान, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, सीवर की सफाई, नाली/नालों की सफाई एवं पेयजल व्यवस्था की अधिकारियों द्वारा नियमित मॉनीटरिंग की जाए। सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों का प्रभावी अनुरक्षण एवं संचालन तथा साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो। वर्षाकाल से पूर्व ही अधिक से अधिक लिगेसी वेस्ट के निस्तारण का कार्य हो।
बनारस के सौंदर्यीकरण के दिए निर्देश नगर विकास मंत्री ने बनारस शहर के सौन्दर्यीकरण के लिए खाली स्थानों पर पौधे एवं हरियाली के लिए घास लगाने तथा चौराहों का सौन्दर्यीकरण के साथ सड़कों पर लेन पेन्टिंग एवं जेब्रा क्रासिंग एवं साइनेज के कार्य को तीब्र गति से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुगम यातायात के लिए चौराहों का चौड़ीकरण किया जाए, फूटपाथ ठीक कराये जाएं और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सड़क किनारे पौध रोपड़ कराया जाए तथा ग्रीन बेल्ट बनाया जाए। अर्द्ध-विकसित/निर्माणाधीन पार्कों के कार्यों को पूर्ण कर उनका सौन्दर्यीकरण किया जाए। उन्होंने अमृत सरोवर योजना के तहत शहरों के तालाबों का अनुरक्षण एवं सौन्दर्यीकरण किये जाने के भी निर्देश दिए।