अनिल सैनी के अलावा राज्य में पिछड़ा वर्ग संगठन बूथ स्तर पर मजबूत करने की जिम्मेदारी कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष छोटेलाल चौरसिया, लखनऊ जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गौरव चौधरी, राम गणेश प्रजापति, ममता मौर्या, जयकरन वर्मा, अमरनाथ यादव, पारस नाथ वर्मा, सुनीता निषाद, अब्दुल रहमान, अमर सिंह, समीउल्लाह, शगुन लाल, राजू कश्यप, मकसूद अंसारी, देवेन्द्र कुमार निषाद, मुन्नू मौर्य और निर्मल वर्मा को सौंपी गयी है।
उत्तर प्रदेश में पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की संख्या करीब 40-45 फीसदी है। इनमें 10 फीसदी यादव, 3-4 फीसदी लोधी, 4-5 फीसदी कुर्मी-मौर्य और अन्य का प्रतिशत 21 है। ओबीसी के अलावा यूपी में 21-22 फीसदी दलित वोटर, 18-20 फीसदी सवर्ण वोटर और 16-18 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं। ओबीसी यूपी में सबसे बड़ा जाति समूह है। यह समुदाय किसी को भी हराने-जिताने में सक्षम है। इसलिये हर दल गुणा-भाग के जरिये इन्हें अपने खेमे में रखना चाहता है।