Governor ने कहा कि बुद्ध सामाजिक समरसता एवं समानता पर जोर देते थे और अंधविश्वासों, रूढ़ियों तथा आडम्बरों से दूर रहने को कहते थे। उन्होंनेे कहा कि एक जनप्रतिनिधि का जनता की सेवा के साथ-साथ पुस्तक लेखन का कार्य अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि लेखक द्वय ने अपनी इस रचना को धरातल पर लाने के लिए बौद्ध धर्म का बहुत ही बारीकी से अध्ययन किया है।
Governorने श्रम, सेवायोजन व समन्वय मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि जब समाज सेवा का कार्य करते हैं तो खुशी होती है। उन्होंने कहा कि जन्मदिन पर ब्लड कैम्प का आयोजन कराना एक सार्थक कार्य है। यह रक्त गरीब व असहाय लोगों के काम आयेगा।
श्रम, सेवायोजन व समन्वय मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान बुद्ध मानवता के पुजारी थे, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार व मध्य प्रदेश उनके विशेष भ्रमण के क्षेत्र रहे हैं। आज भी बौद्ध धर्म को मानने वाले सैकड़ों अनुयायी बुद्ध के बताये हुए रास्ते पर चल रहे हैं। इस अवसर पर महंत अग्ग महापण्डित भदंत ज्ञानेश्वर एवं डा0 संघमित्रा मौर्य ने भी अपने विचार रखे।