आईआईटी कानपुर का सस्ता वेंटिलेटर
आईआईटी कानपुर के इनक्यूबेटर नोका रोबोटिक्स में सस्ता वेंटिलेटर बनाया जा रहा है। वहां के इनोवेटर्स की टीम ने वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर लिया है। यह फिलहाल टेस्टिंग के दौर में है। वेंटिलेटर की लागत पहले से मौजूद वेंटिलेटर के मुकाबले बहुत कम है। इसकी कीमत करीब 70 हजार रुपये होगी, जबकि अभी मौजूद वेटिलेटर का बाजार मूल्य 4 लाख रुपये के आसपास है।
नोएडा की कंपनी भी बना रही वेंटिलेटर
सरकार ने नोएडा की निजी कंपनी अग्वा हैल्थकेयर को एक सप्ताह के अंदर 10 हजार वेंटिलेटर बनाने का ऑर्डर दिया है। एजीवीए ने वेंटिलेटर का उत्पादन बढ़ा दिया है। इस कंपनी को केंद्र सरकार से 10 हजार व छह हजार अन्य वेंटिलेटर का ऑर्डर मिला है। एक वेंटिलेटर की कीमत डेढ़ लाख रुपए है। एजीवीए कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिवाकर ने बताया कि, मांग में वृद्धि के कारण वेंटिलेटर का उत्पादन शुरू किया गया है। मारुति सुजुकी कंपनी इसके लिए सहयोग दे रही है। कंपनी ने प्रति माह 200-300 से बढ़ाकर 20,000 उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
आईआईटी रुड़की ने बनाया वेंटिलेटर
आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने कोविड 19 से निपटने के लिए पोर्टेबल वेंटिलेटर बनाया है। आईआईटी रुड़की की एक टीम ने प्राण वायु के नाम से इस क्लोज्ड लूप वेंटिलेटर को एम्स ऋषिकेश के सहयोग से विकसित किया। वही वेंटिलेटर को जरूरत की मात्रा में हवा पहुचाने के लिए प्राइम मूवर का नियंत्रण ऑपरेशन पर आधारित होगा। यह वेंटिलेटर सभी आयु वर्ग के रोगियों के लिए फायदेमंद है, लेकिन खास तौर पर बुजुर्गों के लिए जियादा लाभदायक सिद्ध होगा। वही इस पोर्टेबल वेंटिलेटर को काम करने के लिए कंप्रेस्ड हवा की जरूरत भी नही होगी। यह अस्पताल के किसी भी वार्ड में या खुले मे लगाया जा सकता है। यह कम लागत वाला, सुरक्षित और विश्वसनीय मॉडल है और इसका निर्माण तेजी से किया जा सकता है।
आईआईटी बीएचयू ने बनाया हाई क्वालिटी सैनिटाइजर
लगातार सैनिटाइजर की कमी को देखते हुए आईआईटी बीएचयू ने हाई क्वालिटी सैनिटाइजर तैयार किया है। जो शहर के तमाम विभागों में बांटा जा रहा है। एक सप्ताह के भीतर सैकडों लीटर हाई क़्वालिटी का सैनिटाइजर तैयार कराकर जिलाधिकारी, डीआईजी और सीआरपीएफ कार्यालयों और बीएचयू परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों को वितरित कराया गया। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने भी प्रयासों की सराहना की। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने भी इसे बेहतर माना है और सेनिटाइजर बनाने की विधि भी मांगी, ताकि प्रशासन इसे कम दामों में तैयार कराकर आम जनता को पहुंचा सके।
कोरोना से लड़ने के लिए राजधानी में तैयारी
अस्पताल—–वेंटिलेटर
माल———-00
मलिहाबाद—-00
केजीएमयू—–32
पीजीआई—–80
बलरामपुर—-12
सिविल——-06
लोकबंधु——05
माल———-00
टीबी हॉस्पिटल-00
लोहिया——-10
सरकार ने तेज की कोशिश
कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए सरकार ने प्रदेश के सभी 51 सरकारी व निजी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश दिए कि जरूरत के अनुसार फटाफट आइसोलेशन बेड व वेंटीलेटर बढ़ाए जाएं। सरकार ने दावा किया कि वेंटीलेटर खरीद की प्रक्रिया को सरल किया जाएगा, ताकि जरूरत के अनुसार अधिक से अधिक वेंटिलेटर खरीदे जा सके। इसके साथ ही भर्ती होने वाले मरीजों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जाए।