रेल टिकटों पर लगाए जाएंगे बार कोड लखनऊ. ट्रेन में हर दिन करोड़ों यात्री सफर करते हैं। इनमें से आधे से ज्यादा लोगों के पास टिकट नहीं होता। लिहाजा सीटों की कालाबाजरी कर टिकट एडजस्मेंट किया जाता है। रेल टिकटों में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब टिकट पर बारकोड लगाए जाएंगे। इसके लिए आईआरसीटीसी और काउंटर टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर में बदलाव किए जाएंगे। टिकटों पर बारकोड आने से आसानी से जांच हो सकेगी और फर्जीवाड़ा पर लगाम लगेगा।
केजीएमयू की लापरवाही, एक लाख मरीजों का डाटा कूड़े में फेंका लखनऊ. पेशेंट मैनेजमेंट सिस्टम (सीपीएमएस) सॉफ्टवेयर के तहत डाउनलोड किए गए डाटा में पाया गया कि एक लाख केजीएमयू पेशंट्स का डाटा कूड़े में फेंक दिया गया है। इसमें उनकी जांच और अन्य जानकारियां शामिल थीं। इस कार्ड पर पड़े बार कोड को कम्प्यूटर पर डालने से मरीजों की सारी जानकारी आ जाती थी। इसी के साथ एक कार्ड भी इलाज करवाने के लिए मरीजों को दिया जाता था। नया सॉफ्टवेयर आने के बाद पुराना डाटा नए सॉफ्टवेयर में शामिल किया जाना था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
कृत्रिम वर्षा प्रोजेक्ट पर शुरू होगा काम लखनऊ. प्रदेश में समय से बारिश न होने से कई जिले सूखे की चपेट में आ जाते हैं। इससे फसलों को बड़ा नुकसान होता है। प्रदेश का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद इस समस्या से निजात पाने के लिए कृत्रिम वर्षा के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। इसकी जिम्मेदारी आईआईटी कानपुर को दी गई है। 21 जुलाई को मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय के साथ आईआईटी कानपुर के अधिकारियों ने बैठक कर प्रोजेक्ट की प्रगति पर चर्चा की थी।
अनुदेशक की ट्रेनिंग के लिए नहीं जाना होगा दूसरे राज्य लखनऊ. आईआईटी से प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं को अनुदेशक की ट्रेनिंग के लिए दूसरे राज्य नहीं जाना होगा। लखनऊ स्थित प्रादेशिक स्टाफ प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र में उनकी रुची के मुताबिक तीन नए ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे संबंधित प्रस्ताव को राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद ने मंजूरी दे दी है।
पिंक स्पेशल बसों की कमान होगी महिलाओं के हाथ में लखनऊ. परिवहन निगम महिलाओं के लिए 50 पिंक स्पेशल बसें चलाने जा रहा है। यह बसें सिर्फ महिलाओं के लिए ही होंगी। इन बसों का संचालन भी महिलाओं द्वारा किया जाएगा। इन बसों की पूरी की पूरी कमान महिलाओं के हाथ में होगी। प्रदेश में महिला सशक्तिकरण, महिलाओं को सुरक्षा को देखते हुए प्रदेश सरकार ने यह कदम उठाया है। दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद महिलाओं को सुरक्षित बस यात्रा मुहैया कराने के मकसद से यूपी परिवहन निगम ने तैयारी शुरू कर दी है।