यूपी पुलिस के एक्शन का प्रभावी असर
मार्च मध्य से अब तक यूपी पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ जंग छेड़ रखी है। इस क्रम में अपराध और अपराधियों से निपटने के लिए कई विशेष टीमें भी हर जिले में बनाई गई है। इनका सुपरविजन डीजीपी सुलखान सिंह के द्वारा हो रहा है। गत 20 मार्च से 15 सितंबर तक यूपी में एनकाउंटर के दौरान 15 बेहद कुख्यात अपराधियों को पुलिस ने मारी गिराया। इस दौरान 869 अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा भी है। पुलिस इस दौरान कुल 1107 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसमें शुक्रवार को अमरोह से पकड़ा गया कुख्यात राजु भी शामिल हैं। यूपी पुलिस की मार्च से अब तक ताबड़तोड़ 421 मुठभेड़ हो चुकी है। इस दौरान 85 अपराधी घायल हुए। वहीं गिरफ्तार हुए अपराधियों में 54 पर एनएसए लगाया। 69 बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात
कुख्यात सुनील शर्मा लखनऊ जिले में मारा गया। वहीं सबसे ज्यादा कुख्यात शामली जिले में मरे गए। नौशाद उर्फ डेनी (शामली), सरवर (शामली), इकराम उर्फ टोला (शामली), राजू (शामली)। इसी तरह जयहिंद यादव (आजमगढ़), रामजी (आजमगढ़), सुजीत सिंह उर्फ बुढ़वा (आजमगढ़), कासिम (मथुरा), शारदा कोल (त्रिकुट), अतीक उर्फ इकबाल (हापुड़), गुरमीत (सहारनपुर), शमशाद(सहारनपुर), नितिन (मुजफ्फरनगर), नदीम (मुजफ्फरनगर) को भी यूपी पुलिस ने मार गिराया।
एक शहीद और कई ने खतरे में डाली जान
यूपी पुलिस की लगातार अपराधियों के साथ प्रदेश भर के सभी जिलों में मुठभेड़ जारी है। इस दौरान हाल में चित्रकुट में बबली कोल गिरोह को पकड़ने के दौरान हुई कार्रवाई में एक दारोगा जय प्रकाश सिंह शहिद हो गए। वहीं अब तक 88 पुलिसकर्मी मुठभेड़ के दौरान घायल हो चुके हैं।
राजधानी में हुए तीन एनकाउंटर
एक महीने के अंदर लखनऊ पुलिस ने राजधानी में एनकाउंटर के दौरान तीन बड़ी कामयाबी पाई। सबसे पहले डकैती और गैंगरेप के पचास हजार के इनामी उदयराज को पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा था। इस दौरान दो सब इंस्पेक्टर को उदयराज ने गोली भी मारी, लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट से उनकी जान बच गई। फिर पार्षद पप्पू पांडेय का हत्यारा और पेशी के दौरान फरार हुआ सुनील शर्मा गोमतीनगर विस्तार में मार गिराया गया। वहीं हाल में व्यापारी के घर डकैती डालने की योजना में फर्रुखाबाद से आए एक गिरोह के पांच बदमाशों को मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया। इसमें दो बदमाश पुलिस की गोली से घायल हुए थे।