विधानसभा चुनाव में चर्चा में आई टोपी विधानसभा चुनाव 2022 में टोपी अचानक चर्चा का विषय बन गया। जब भाजपा नेताओं ने समाजवादी पार्टी के नेताओं की पहनी जाने वाली लाल टोपी पर निशाना साधा और चुनावी सभाओं के दौरान कहा कि, लाल का मतलब खतरा है। लाल टोपी को विरोध देख, सपा ने प्रतिक्रिया स्वरूप हर आयोजन में लाल टोपी पहनना शुरू कर दिया।
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- UP MLC Election Result 2022 : डिप्टी सीएम केशव मौर्य समेत सभी 13 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित टोपी का रंग बताता है पार्टी का राजनीतिक समारोहों में भगवा और लाल रंग की टोपी को देखकर अन्य पार्टी के नेताओं में भी अपनी पार्टी की टोपी पहनने का प्रेम जग गया। और अन्य पार्टी के नेताओं ने भी टोपी पहनना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता विधानसभा और सार्वजनिक समारोहों में सफेद टोपी पहनते हैं, जबकि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायकों को पीली टोपी पहने देखा जा सकता है। बसपा नेताओं की गहरी नीली टोपी है जबकि अपना दल के नेता नीली और लाल टोपी पहनते हैं।
टोपी में रोजगार का अवसर अब जैसे-जैसे टोपियों की डिमांड बढ़ रही है। वैसे ही उद्यमियों के लिए एक अवसर लेकर आ रही है। ऋचा दत्ता का कहना है, राजनेताओं द्वारा पहनी जाने वाली अधिकांश टोपियां उमस भरे मौसम में नीचे गिर जाती हैं। हम अच्छी सामग्री का उपयोग करके टोपियां बनाएंगे। मुझे विश्वास है कि अगले कुछ महीनों में, आपको अधिकांश राजनेता मिल जाएंगे टोपी पहने हुए हैं। हम पहले से ही विभिन्न दलों के साथ बातचीत कर रहे हैं और पार्टी कार्यालयों के पास स्टाल लगाएंगे।
ऋचा ने उनके डिजाइन की जाने वाली टोपी बनाने के लिए एक महिला स्वयं सहायता समूह को शामिल किया है।