पशु तस्करों का पुलिस टीम पर हमला गोरखपुर. बेखौफ पशु तस्करों ने रविवार की भोर में जमकर उत्पात मचाया। खोराबार में गश्त कर रहे सिपाही की पिटाई कर दी। भागते में रास्ते में खड़ी कैंट थाने की पीआरवी पर पथराव कर शीशा तोड़ दिया। गैस गोदाम गली में गश्त कर रहे सिपाही की बाइक में धक्का मारकर गिराने के बाद पिटाई कर मोबाइल लूट लिया। रविवार की भोर में देवरिया की तरफ से शहर की ओर आ रहे पिकअप सवार तस्करों ने खोराबार क्षेत्र में गश्त कर रहे सिपाही को अकेला देखकर पीट दिया। वारदात के बाद पशु तस्कर सिंघडि़या की तरफ बढ़े यहां गैस गोदाम गली के पास पीआरवी 317 की गाड़ी को मुड़ता देख पथराव करने लगे। अचानक हुए पथराव से पीआरवी के कमांडर,सह कमांडर व चालक घबरा गए। वह कुछ समझ पाते इससे पहले ही पशु तस्कर गैस गोदाम गली के रास्ते एयरफोर्स चौकी की तरफ निकल गए।
किसानों की अस्थियां प्रयागराज के संगम में विसर्जित प्रयागराज. लखीमपुर खीरी आंदोलन के दौरान दिवंगत हुए किसानों की अस्थियां रविवार को प्रयागराज लाई गईं। त्रिवेणी बांध स्थित लेटे हनुमान मंदिर के निकट एकत्र हुए किसान नेताओं व अन्य संगठनों ने किसानों को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद संगम तक पदयात्रा निकाली गई। गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के जल में अस्थियाें को संगम में प्रवाहित किया गया। रविवार की दोपहर एआइकेएमएस के महासचिव डा. आशीष मित्तल लखीमपुर खीरी में हुए आंदोलन में दिवंगत हुए किसानों की अस्थियों को लेकर त्रिवेणी बांध के पास पहुंचे। यहां संयुक्त किसान मोर्चा, संयुक्त ट्रेड यूनियन व नागरिक समाज से जुड़े लोग शामिल थे। वहां पर फूल-माला अर्पित कर दिवंगत किसानों को श्रद्धांजलि दी गई। करीब एक घंटे से अधिक समय तक श्रद्धांजलि कार्यक्रम चला।
खाना खाने के बाद पिता पुत्र की मौत कानपुर. जिले में राजेपुर थानांतर्गत गांव में शनिवार की रात एक ही परिवार के लिए पांच लोगों की हालत गंभीर हो गई। राजेपुर थाना क्षेत्र के गांव जसूपुर गढ़िया में 45 वर्षीय इरशाद परिवार के साथ रहते थे। घर पर उनकी 18 वर्षीय पुत्री माजदा, 12 वर्षीय पुत्र माजिद, 5 वर्षीय पुत्र आसिफ व 10 वर्षीय पुत्री राजदा और पत्नी और नवजात बेटी थी। रविवार शाम इरशाद और उसके बच्चों ने खाने में फूलगोभी की सब्जी खायी। इस बीच अचानक इरशाद और सभी बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चे बेहोश हो गए और इरशाद के पेट में तेज दर्द शुरू हो गया। उन्हें अस्पताल ले जाने पर पिता-पुत्र की मौत हो गई। डॉक्टर ने संदेह जताया कि फूलगोभी में छिड़काव किए जाने वाले कीटनाशक का असर खत्म न होने से और सब्जी को ठीक से न धोने की वजह से भी कीटनाशक का प्रभाव बना रहा होगा।
टीकाकरण में अमेठी का छठा स्थान अमेठी. कोविड टीकाकरण में अमेठी ने सफलता का बड़ा मुकाम हासिल किया है। आसपास के सभी जिलों को पछाड़ कर प्रदेश की टाप टेन की सूची में छठा स्थान बनाया है। अब तक जिले में 14 लाख में 10 लाख लोगों को कोविड का टीका लगाया जा चुका है। अमेठी से आगे गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, लखनऊ, झांसी व बागपत जिले ही हैं। कोरोना संक्रमण की शुरूआत के साथ ही जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य व पुलिस विभाग सहित सभी विभागों को जोड़कर बचाव के लिए जो रणनीति बनाई। उसमें उसे सफलता मिली। गांव से लेकर शहर तक लोगों को कोविड से बचाव के लिए जागरूक किया गया तो टीकाकरण में भी जन प्रतिनिधियों व गांव के जागरूक लोगों का सहयोग लिया गया। 21 अक्टूबर तक 14 लाख में नौ लाख 92 हजार 823 लोगों को कोविड का पहला टीका लग गया। दूसरा टीका भी तीन लाख से अधिक लोग अब तक लगवा चुके हैं।
रस्सी से बांधकर पति को पत्नी ने पीटा इटावा. जिले में करवाचौथ के एक दिन पहले यानी 23 अक्टूबर को एक ने अपने पति की सरेराह पिटाई कर दी। पिटाई के दौरान महिला ने अपने पति के हाथ-पैर रस्सी से बांध रखे थे। यह मामला इटावा जिले के महेवा बाजार का है। प्राप्त समाचार के मुताबिक, महेवा कस्बे में चतुरीबाबा रसगुल्ला की दुकान के सामने एक युवक शराब के नशे में धुत घूम रहा था। इस बीच एक महिला आई और रस्सी से उसके पैर बांधकर पीटना शुरू कर दिया। इससे वहां अफरातफरी मच गई और भीड़ एकत्र हो गई। लोगों की भीड़ जमा होते देख महिला युवक को घसीटते हुए घर ले गई। दरअसल, युवक को पत्नी ने घर का सामान खरीदने के लिए रुपए दिए थे। काफी देर तक जब पति घर नहीं पहुंचा तो पत्नी उसे तलाशते हुए बाजार पहुंच गई। बाजार में पति को शराब के नशे में धुत देख पत्नी को गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। महिला ने पति की पिटाई शुरू कर दी।
फसलों के नुकसान पर किसान ने लगाई फांसी कन्नौज. कन्नौज के इंदरगढ़ के सगरा गांव में एक किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी। थाना इंदरगढ़ के सगरा गाव निवासी नन्हेंलाल (55) अपनी पत्नी सुनीता, बेटे अजय व सिद्धनाथ के साथ रहते थे। करीब 13 बीघे कृषि भूमि है। 10 बीघे में धान और तीन बीघे भूमि मेंं आलू की फसल बोई थी। परिजनों ने बताया कि आलू का बीज सही न होने कारण नन्हेंलाल ने तीन बार जुताई कर आलू की फसल बोई। इसी बीच उसने अपने बेटे सिद्धनाथ का विवाह तय कर लिया। 27 नवंबर को तिलक व 29 नवंबर को शादी थी। शुक्रवार की रात किसान ने घर के अंदर कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। भाई हरिनाथ सिंह व बेटे सिद्वनाथ ने कहा कि बारिश के दौरान दोनों फसलें नष्ट हो गईं। फसलों में नुकसान के साथ शादी भी तय हो जाने की चिंता थी। इस वजह से किसान ने आत्महत्या कर ली।