बीमारी से पत्नी की मौत, सदमे में पति ने तोड़ा दम चंदौली. भरछा गांव निवासी 72 वर्षीय श्यामलाल राम की 70 वर्षीया पत्नी दासी देवी काफी दिनों से लकवा से पीड़ित थी। उनकी सेवा श्यामलाल खुद ही करते थे। रविवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे दासी देवी की हालत गम्भीर हो गई। इलाज के लिए श्यामलाल कहीं ले जाने की तैयारी में ही थे कि दासी की मौत उनके सामने ही हो गई। पत्नी की मौत से श्यामलाल को सदमा लग गया। उस समय घर पर उनका इकलौता बेटा अजय भी नहीं था। वह किसी रिश्तेदार के यहां गया था। इधर श्यामलाल मौत का समाचार रिश्तेदारों को देने के लिए फोन कर रहे थे। इसी बीच बेहोश होकर गिर पड़े। परिजन डॉक्टर को बुलाकर उनके इलाज के लिए लाए लेकिन तब तक उनकी भी मौत हो चुकी थी।
देश का तीसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर वाराणसी वाराणसी. ठंड के साथ ही बनारस की हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा फिर से बढ़ गई है। देर शाम जारी आंकड़ों के अनुसार बनारस देश का तीसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। टॉप टेन प्रदूषित शहरों की सूची में प्रदेश के नौ शहर शामिल हैं। जौनपुर देश का दूसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। जौनपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 325 और बनारस का एक्यूआई 282 दर्ज किया गया। मौसम का पारा गिरने के साथ ही हवा में प्रदूषक तत्वों के कारण एक्यूआई फिर से खराब हो गया है। आईक्यू एयर की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार बनारस तीसरा सबसे प्रदूषित शहर है।
काम करते-करते ठेकेदार से हो गया इश्क वाराणसी. जौनपुर जनपद के रामपुर थाना क्षेत्र के भरतीपुर गांव निवासी एक दंपत्ति अहमदाबाद में रहकर एक ठेकेदार के साथ काम करते थे। काम करते-करते विवाहिता का ठेकेदार के साथ प्रेम संबंध हो गया था। एक साल पहले पति-पत्नी वापस अपने गृह जनपद जौनपुर आ गए। घर चलाने के लिए यहां पर रहकर काम करते थे। इस दौरान गुपचुप तरीके से उसका संबंध ठेकेदार से बना ही रहा। हालांकि की घर वालों की इसकी भनक नहीं लग सकी थी। उन्हें विवाहिता के ठेकेदार के साथ संबंध की जानकारी नहीं थी। कुछ दिन पहले विवाहिता ने वाराणसी के कपसेठी थाना क्षेत्र स्थित अपने मायके जाने की बात कही। पति की सहमति मिलने के बाद एक सप्ताह पूर्व विवाहिता अपने मायके कपसेठी क्षेत्र में आ गई थी। चार दिन पहले अपने प्रेमी ठेकेदार के साथ फरार हो गयी। अपने साथ तीन बच्चों को भी लेकर गयी। जब कई दिनों तक विवाहिता से सम्पर्क नहीं हुआ तो उसने पति ने मायके में पता लगाया। यहां से जानकारी मिली कि उसकी पत्नी अपने तीन बच्चों के साथ चार दिन पहले ही अपने ससुराल जौनपुर के लिए चली गई है।
चंबल सैंक्चुअरी में तेंदुएं ने दो शावकों को दिया जन्म इटावा. इटावा जिले मे उदी-चकरनगर मार्ग पर चिकनी टॉवर के पास एक पखवारे पहले दिन मादा तेंदुआ ने दो नर शावकों को जन्म दिया है। चंबल सेंचुरी के प्रभागीय वन अधिकारी दिवाकर श्रीवास्तव ने कहा कि चंबल नदी के किनारे वन कर्मियों को तेंदुओं के पगचिन्ह मिले थे, उसके बाद खोजबीन पर एक स्थान पर मादा तेंदुए के दो शावक मिले। उसके बाद उस इलाके को जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया। वन अधिकारियों के मुताबिक चंबल सेंचुरी में बाह से लेकर भरेह तक के 165 किलोमीटर लंबे बीहड़ में करीब 70 से 80 तेंदुआ हैं। हालांकि इनकी कोई गणना तो अभी तक नहीं हुई है, लेकिन ग्रामीणों, चरवाहों व एनजीओ की गणना के आधार पर इनका आंकलन किया गया है।