देश में होमगार्ड की कुल संख्या 573,793 है। इनमें से 98 हजार होमगार्ड जवान उत्तर प्रदेश में हैं। देश के अलग-अलग राज्यों में होमगार्ड जवानों को अलग-अलग सैलरी मिलती है। अलग-अलग राज्यों में उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से 300 से लेकर 650 रुपये तक मिलते हैं। उत्तर प्रदेश में अब तक होमगार्ड जवानों को 375 रुपये प्रतिदिन भत्ता मिल रहा था, अब यह 500 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है। इसके अलावा अगर उन्हें कहीं स्पेशल ड्युटी में भेजा जाता तो उन्हें अलग से 80 रुपये मिलते हैं, जो पहले 40 रुपये मिलते हैं। होमगार्ड्स को प्रतिदिन उनकी ड्युटी के हिसाब से ही पैसे मिलते हैं। महीने में उनकी जितनी ड्युटी होंगी, उन्हें 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से वेतन मिलेगा।
होमगार्ड एक भारतीय अर्धसैनिक बलों का स्वैच्छिक बल है। इसकी भूमिका भारतीय पुलिस के समक्ष सहायक के रूप में है। 1962 में चाइन युद्ध के दौरान होमगार्ड संगठन को भारत में पुनर्गठित किया गया था। होमगार्ड बनने के लिये 10वीं पास होना अनिवार्य है। इनका चयन लिखित परीक्षा, शारीरिक मापदंड और साक्षात्कार के आधार पर किया जाता है। होमगार्ड के लिये महिला और पुरुष दोनों उम्मीदवारों का चयन किया जाता है। पुरुष उम्मीदवार की उम्र 20-47 वर्ष और महिला उम्मीदवार की उम्र 20-42 वर्ष के बीच होनी चाहिये।