(Panchayat Chunav 2021) 4 साल पूर्व की बात करें तो वनटांगिया गांव राजस्व ग्राम के रूप में अभिलेखों दर्ज नहीं किया गया था, जिसकी वजह से सरकार की योजनाओं का भी उनसे कोई वास्ता नहीं था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकार बनते ही एक पहल शुरू किया और राजस्व गांव बनाया और सभी योजनाएं अब इन गांवों में दिखने लगी।(Panchayat Chunav 2021) गोरखपुर में पांच वनटांगिया गांव हैं। (Panchayat Chunav 2021) राजस्व ग्राम के निवासी के रूप में इन गांवों के वनटांगिया पहली बार पंचायत चुनाव में अपने गांव की सरकार सुनने जा रहे हैं। पिछले चुनाव में इन्हें वोट डालने को भले ही मौका मिला हो (Panchayat Chunav 2021) लेकिन खुद का गांव राजस्व ग्राम न होने से गांव की सरकार से इनको कोई फायदा नहीं मिल पा रहा था। जिसका लाभ अब वह अपने गांव की सरकार बना कर उठा पाएंगे
(Panchayat Chunav 2021) यूपी के सीएम योगी ने सरकार बनते ही बदली वनटांगिया गांवों की दशा और दिशा, पहले ही साल इन गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा दिलाने के बाद उन्हें विकास की समस्त योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो गया। राजस्व ग्राम घोषित होते ही ये सभी ग्रामीण हर उस सुविधा के हकदार हो गए। (Panchayat Chunav 2021) जो सामान्य नागरिक को मिलती है। (Panchayat Chunav 2021) सीएम योगी के कार्यकाल में वनटांगिया गांव के लोगों को आंगनबाड़ी, बिजली, सड़क, आवास, पानी, स्कूल, केंद्र और आरओ वाटर मशीन जैसी सुविधाओं से आज पूरा गांव लाभ उठा रहा है। वनटांगिया गांवों में आज सभी के पास पक्का आवास, कृषि, राशनकार्ड, भूमि, रसोई गैस सभी कुछ उपलब्ध है। सभी वन टांगिया गांव के बच्चे स्कूलों में पढ़ रहे हैं। (Panchayat Chunav 2021) ग्रामीणों को उनके पात्रता के हिसाब से दिव्यांग,वृद्धा, विधवा, आदि सभी पेंशन योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
(Panchayat Chunav 2021) अंग्रेजी शासन में 1918 के आसपास बसायी गयी वनटांगियों की बस्तियां (Panchayat Chunav 2021) वनटांगिया गांव अंग्रेजी शासन में 1918 के आसपास बसाए गए थे। यानी लगभग 100 साल से ऊपर का समय बीत चुका है अंग्रेजों के समय में उसका मकसद साखू के पौधों का रोपण कर वनक्षेत्र को बढ़ावा देना था। इन ग्रामीणों के जीवन यापन का एकमात्र सहारा पेड़ों के बीच की खाली जमीन पर खेतीबाड़ी था। गोरखपुर में कुसम्ही जंगल के पांच इलाकों जंगल तिनकोनिया नम्बर 3, रजही खाले टोला, आमबाग नर्सरी,चिलबिलवा और रजही नर्सरी में बसे इन गांवों को अस्सी और नब्बे के दशक के बीच तो इन्हें जंगलों से भी बेदखल करने की कोशिश की गई।
(Panchayat Chunav 2021) 2009 से वनटांगियां के लोगो के साथ योगी आदित्यनाथ अभी तक लगातार मनाते आए हैं दीपावली गोरखपुर से पहली बार सांसद बनने के बाद योगी वनटांगियों के संघर्ष में साथ देते रहे और उनके हक की आवाज के लिए हमेशा लड़ते भी रहे है। (Panchayat Chunav 2021) वनटांगियों से योगी के दिल में बसा अपार प्यार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लगभग 13 वर्षों से उन्हीं के बीच दिवाली मनाते आए हैं और मुख्यमंत्री बनने के बाद भी यह सिलसिला अभी तक नहीं टूटा है।
(Panchayat Chunav 2021) वनटांगिया किसानों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की तारीफ (Panchayat Chunav 2021) महराजगंज के वनटांगिया तो वास्तव में जो मिसाल बनकर सामने आए हैं। वनटांगिया किसानों की एफपीओ ने सुनहरी शकरकंद की खेती और इसकी मार्केटिंग के लिए अहमदाबाद की एक कम्पनी से करार कर पूरे देश का ध्यान खींचा है। (Panchayat Chunav 2021) इस एफपीओ से जुड़े प्रमुख वनटांगिया किसान रामगुलाब की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं। प्रधानमंत्री ने रामगुलाब से पिछले साल 25 दिसम्बर को वर्चुअल संवाद भी किया था। (Panchayat Chunav 2021) सीएम योगी के प्रोत्साहन और उनके द्वारा राजस्व ग्राम का दर्जा देने के बाद गोरखपुर के 5 वनटांगिया गांवों में पहले और अब के अंतर को देखा जा सकता है।