इसी क्रम में वाराणसी के तपोवन शाखा डाकघर में आयोजित कार्यक्रम में पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने तमाम सुकन्याओं को पासबुक के साथ उपहार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कहाकि पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी शक्ति का स्थान अहम है। सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। वाराणसी परिक्षेत्र में अब तक 1 लाख 72 हजार से ज्यादा बालिकाओं के सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाये जा चुके हैं। कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस योजना के आर्थिक के साथ-साथ सामाजिक आयाम भी महत्वपूर्ण हैं। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बेटियों के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। यह योजना बालिकाओं के सशक्तिकरण के द्वारा भविष्य में नारी सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी।
वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर सुमीत कुमार गाट ने कहा कि किसी भी डाकघर में न्यूनतम 250 ₹ से दस साल तक की बालिकाओं का सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाया जा सकता है। इसमें एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 1,000 और अधिकतम डेढ़ लाख रूपये जमा किये जा सकते हैं। वहीं, वाराणसी पश्चिमी मंडल के अधीक्षक डाकघर श्री राम मिलन ने बताया कि, सुकन्या की उम्र 18 वर्ष होने पर जमा राशि का 50 प्रतिशत व सम्पूर्ण राशि 21 वर्ष पूरा होने पर निकाली जा सकती है। सहायक निदेशक शम्भू राय ने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर 7.6 प्रतिशत है और जमा धनराशि में आयकर छूट का भी प्रावधान है।