डॉ. चौधरी ने बतायाकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का संकल्प लिया है।क्षय रोग उन्मूलन को लेकर जिले में जनांदोलन चलाया जा रहा है ताकि लोग क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़ें और इसके प्रति जागरूक हों । जिला क्षय रोग अधिकारी ने बतायाकि जनांदोलन के तहत कार्यस्थलों को टीबी मुक्त करने के उद्देश्य से कारखानों,निर्माण इकाइयों पर टीबी जागरूकता को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया तथा इन जगहों पर टीबी जागरूकता से सम्बंधित प्रचार प्रसार सामग्री का प्रदर्शन किया गया। संचारी रोग नियंत्रण माह,दस्तक अभियान के तहत 30 टीबी रोगियों को खोजकर उनका इलाज शुरु किया गया व् जागरूकता फैलाई गयी।
एक जनवरी से 31 अगस्त तक कांटेक्ट ट्रेसिंग के द्वारा कुल 7780 क्षय रोग के लक्षण युक्त लोगों की पहचान की गई। जियो टैगिंग के माध्यम से न केवल मरीज के घर का पता आसानी से लगाया जा सकता है। बल्कि जांच टीमें भी आसानी से मरीज के घर पहुँच जाती हैं । इसके माध्यम से यह पता चल जाता है किन क्षेत्रों में टीबी रोगी ज्यादा हैं । इससे उन क्षेत्रों में सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान में विशेष ध्यान दिया जा सकेगा ।
डा. चौधरी ने बतायाकि जिले में अति संवेदनशील 100 मलिन बस्तियों में क्षय रोग की जाँच के लिए शिविर लगाये गए जिनमें 42 क्षय रोगियों की पहचान हुई और सभी का इलाज शुरू कर दिया गया है। यह जनांदोलन आगे भी चलता रहेगा और इसके तहत जागरूकता व क्षय रोगियों की पहचान के लिए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती रहेंगी।