इससे पहले यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने एक अन्य ट्वीट मे कहा कि सरकार साफ करे कि यह आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की सीडीआर सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।’
‘अपराधियों को संरक्षण देने वालों का क्या’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने विकास दुबे के एनकाउंटर पर ट्वीट किया, ‘अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?’
बता दें कि कानपुर के चौबेपुर में घटना को अंजाम देकर फरार विकास पहले दिल्ली-एनसीआर पहुंचा था लेकिन पुलिस की जबरदस्त दबिश के बाद फिर वह मध्यप्रदेश के उज्जैन जिला पहुंचा, जहां उसे महाकाल मंदिर के बाहर एमपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को मंगलवार को दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में एक होटल में देखा गया था। लेकिन जब पुलिस वहां छापा मारने पहुंची तो वह वहां से निकल चुका था।
इसके बाद उज्जैन में उसके होने की खबर पर पुलिस ने उसे वहां से गिरफ्तार किया और शुक्रवार सुबह वह उसे लेकर कानपुर आ रही थी। इस बीच एसटीएफ की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया, जिसका फायदा उठाकर विकास दुबे ने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस की फायरिंग में मारा गया।