बेटी-दामाद ने नहीं दी पनाह वहीं उमाशंकर के घर वालों ने दोनों के बीमार होने पर दवा लेने कानपुर जाने की बात कही। घटना के छह माह बाद मंगलवार शाम गांव पहुंचीं सरला देवी व रामकुमार दुबे अपना घर जमींदोज हो जाने के बाद से पड़ोसी उमाशंकर शुक्ल के घर पर रुके हैं। उनकी बेटी और दामाद ने भी उन्हें अपने यहां पनाह देने से मना कर दिया है। दोनों के लौटने के बाद ग्रामीणों और मीडिया की चहलकदमी बढ़ गई है। सुबह से शाम तक लोगों का आना जाना लगा रहता है। इस कारण दोनों ने खुद को अब सभी से किनारे कर लिया है। आपको बता दें कि उमाशंकर जेल में बंद है।