ये भी पढ़ें- यूपी में 31,156 हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या, यहां एक साथ आए 166 मामले केके शर्मा ने दी थी विकास को सूचना?- इस बीच खबर आ रही है कि कुख्यात अपराधी विकास दुबे को मदद करने के मामले में आरोपित निलंबित एसओ विनय तिवारी और दारोगा केके शर्मा को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया है। सूत्रों की मानें को विकास को दबिश की सूचना विनय तिवारी ने नहीं, बल्कि केके शर्मा ने दी थी। केके शर्मा मामले के विवेचक थे और दबिश पर नहीं गए थे। केके शर्मा को मालूम था कि वहां खूनी खेल होने वाला है। वहीं सिपाही राजीव ने विकास के मंसूबों के बारे में एसओ विनय तिवारी को बता दिया था। जानकारी होने के बाद भी एसओ विनय तिवारी ने किसी को अलर्ट नहीं किया।
ये भी पढ़ें- Kanpur Encounter: कहीं और नहीं यहां छुपा बैठा था विकास, नहीं जान पाई पुलिस, एक साथी निकला कोरोना संक्रमित टीमें तैनात- उधर उत्तर प्रदेश सरकार ने कल दिल्ली पुलिस से भी वे विकास को पकड़ने में मदद भारी है उत्तर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अफ़सरों से संपर्क में हैं। दिल्ली के किसी कोर्ट में विकास दुबे के सरेंडर करने की बात सामने आते ही दिल्ली पुलिस ने राजधानी के कई जिला अदालतों में सादे वेश में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए। उत्तर प्रदेश एसटीएफ की ४ टीमें भी दिल्ली-एनसीआर में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ अलग-अलग होटलों और गैस्टहाउस में तलाशी ले रही है।
विकास ने दिया चकमा- इसके अलावा पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ विकास ने पुलिस STF को चकमा देने के लिए एक गाड़ी में अपना मोबाइल रखा जो नेपाल जा रही थी। विकास के चकमे में पुलिस के आला अफ़सर आ गए उन्होंने पुलिस की टीमें नेपाल बॉर्डर की ओर रवाना कर दी। यही नहीं 2 जून की रात इतना बड़ा हत्याकांड करने के बाद दो दिन तक विकास कानपुर के आस पास ही छिपा रहा।