मौर्य ने कहा सड़क का निर्माण, पुनर्निर्माण, चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के कार्यों हेतु वित्तीय स्वीकृतियां देने में किसी प्रकार का विलम्ब न किया जाय, अकारण विलम्ब करने वाले अधिकारी दण्डित होंगे।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विधान सभावार सड़क निर्माण की फाइलों को गति प्रदान करें। श्री मौर्य ने प्लास्टिक कचरे से सड़क बनाने तथा नयी तकनीक से सड़क बनाने के लिये अभियन्ताओं को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये उन्होने कहा कि प्लास्टिक का कचरा हमारे लिये चुनौती है। हमें इस कचरे का उपयोग कर प्रधानमंत्री जी के सपने स्वच्छ भारत मिशन का सपना साकार करना है। श्री मौर्य ने 54 अन्तर्राज्यीय मार्गों पर चर्चा करते हुये महत्ता एवं जरूरत के आधार पर सड़क निर्माण की प्राथमिकता निर्धारण के निर्देश दिये उन्होने कहा कि तय समय सीमा के अन्दर पूर्ण गुणवत्ता के साथ सभी कार्य पूरे होने चाहिये। उन्होने बुन्देलखण्ड के कार्यों को प्राथमिकता से गति प्रदान करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये।
नये पुल निर्माण तथा पुराने पुलों के निरीक्षण पर चर्चा करते हुये उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पुलों का निरीक्षण लगातार गठित टीम द्वारा होता रहे ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। मौर्य ने कहा कि जो पुराने रेल उपरिगामी सेतु अभी किन्ही कारणों से अधूरे हैं अथवा काम रूका है, उनकी समीक्षा कर कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराया जाय तथा पहुॅच मार्ग भी यथा समय तैयार किये जाय।
उपमुख्यमंत्री ने रोड डायरेक्ट्री बनाने तथा पुराने अनुपयोगी हो चुके मेनुअल की समीक्षा करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होने कहा कि लम्बे समय से एक ही क्षेत्र तथा पटल पर जमे अधिकारियों व कर्मचारियों को स्थानान्तरित किया जाय। मौर्य ने व्हाट्स एप पर प्राप्त शिकायतों की चर्चा करते हुये उनके नियमित मॉनीटरिंग तथा निस्तारण के कड़े निर्देश दिये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग संजय अग्रवाल, विशेष सचिव लोक निर्माण विभाग राजशेखर सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विधान सभावार सड़क निर्माण की फाइलों को गति प्रदान करें। श्री मौर्य ने प्लास्टिक कचरे से सड़क बनाने तथा नयी तकनीक से सड़क बनाने के लिये अभियन्ताओं को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये उन्होने कहा कि प्लास्टिक का कचरा हमारे लिये चुनौती है। हमें इस कचरे का उपयोग कर प्रधानमंत्री जी के सपने स्वच्छ भारत मिशन का सपना साकार करना है। श्री मौर्य ने 54 अन्तर्राज्यीय मार्गों पर चर्चा करते हुये महत्ता एवं जरूरत के आधार पर सड़क निर्माण की प्राथमिकता निर्धारण के निर्देश दिये उन्होने कहा कि तय समय सीमा के अन्दर पूर्ण गुणवत्ता के साथ सभी कार्य पूरे होने चाहिये। उन्होने बुन्देलखण्ड के कार्यों को प्राथमिकता से गति प्रदान करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये।
नये पुल निर्माण तथा पुराने पुलों के निरीक्षण पर चर्चा करते हुये उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पुलों का निरीक्षण लगातार गठित टीम द्वारा होता रहे ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। मौर्य ने कहा कि जो पुराने रेल उपरिगामी सेतु अभी किन्ही कारणों से अधूरे हैं अथवा काम रूका है, उनकी समीक्षा कर कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराया जाय तथा पहुॅच मार्ग भी यथा समय तैयार किये जाय।
उपमुख्यमंत्री ने रोड डायरेक्ट्री बनाने तथा पुराने अनुपयोगी हो चुके मेनुअल की समीक्षा करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होने कहा कि लम्बे समय से एक ही क्षेत्र तथा पटल पर जमे अधिकारियों व कर्मचारियों को स्थानान्तरित किया जाय। मौर्य ने व्हाट्स एप पर प्राप्त शिकायतों की चर्चा करते हुये उनके नियमित मॉनीटरिंग तथा निस्तारण के कड़े निर्देश दिये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग संजय अग्रवाल, विशेष सचिव लोक निर्माण विभाग राजशेखर सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।