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सत्ता किसी की हो इन बाहुबली नेताओंं का आज भी चलता है सिक्का

locationलखनऊPublished: Jul 20, 2018 11:14:35 am

Submitted by:

Ashish Pandey

इनके क्षेत्र में इनकी लोकप्रियता इसी बात से लगाई जा सकती है कि ये लगभग हर चुनाव जीतते हैं।

Whichever party in power

सत्ता किसी की हो इन बाहुबली नेताओंं का आज भी चलता है सिक्का

लखनऊ. सत्ता किसी की हो सरकार चाहे जिसकी आए या जाए लेकिन सूबे में कुछ ऐसे बाहुबली नेता हैं जिनका जलवा हमेशा कायम रहता है। उन पर भले ही कई-कई मुकदमे दर्ज हैं लेकिन इलेक्शन में उनकी जीत पक्की होती है।
मुख्तार अंसारी, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, अतीक अहमद आदि ऐसे प्रमुख नेता हैं जिनका राजनीति में जलवा कम नहीं होता, चाहे सरकार किसी की भी हो। हमारे देश में राजनीति और अपराध में चोली दामन का साथ है। कई ऐसे नेता हैं जिन पर अपराध के कई कई मुकदमें चल रहे हैं और हत्या, लूट आदि के आरोप हैं उसके बाद भी उनकी राजनीति में तूती बोलती है। ऐसे कई नेता हैं जिन्होंने अपराध की दुनिया में अपने नाम का सिक्का चलाया और आज राजनीति में नेता बन कर देश की राजनीति का बेड़ा गर्क कर रहे हैं। राजनीति और अपराध जगत करीबी रिश्ता रहा है। यूपी की सियासी पिच पर कई ऐसे नेता हैं जिनका राज चलता है। जो अपराध की दुनिया के बेताज बादशाह हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ये अपराध की दुनिया में भले ही आगे हों लेकिन राजनीति में भी ये किसी से कम नहीं हैं। राजनीति में भी इनका जलवा है, इनके क्षेत्र में लोग इन्हें काफी पसंद भी करते हैं। यहां पर ऐसे ही कुछ लोगों के बारे में बताया जा रहा है।
मुख्तार अंसारी
मुख्तार अंसारी यह एक ऐसा नाम है, जिन्हें कौन नहीं जानता है। पूर्वांचल के माफिया डान मुख्तार अंसारी माफिया के साथ-साथ एक राजनेता भी हैं। मुख्तार अंसारी बीएसपी के टिकट पर मऊ से विधायक हैं। ये सूबे के बाहुबली नेता हैं। इनके जलवे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ये चुनाव कभी नहीं हारते। मुख्तार अंसारी मऊ से लगातार पांच बार से विधायक का चुनाव जीतते आ रहे हैं। मुख्तार अंसारी पर कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप लगा था, लेकिन सबूतों के अभाव में इन्हें बरी कर दिया गया था। मुख्तार अंसारी की दबंगई ऐसी की इलाके में इनके आगे किसी की नहीं चलते। ये जेल में ही रहकर आसानी से चुनाव जीत जाते हैं। अब इनका क्षेत्र में कितना दबदबा है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है।
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया

रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम कौन नहीं जानता। राजनीति में राजा भैया को एक बाहुबली नेता के तौर पर जाना जाता है। ये लगातार कई बार से निर्दल विधायक चुने जा रहे हैं। प्रतापगढ़ के कुंडा से राजा भैया इस समय भी निर्दल विधायक हैं। राज भैया पर डीएसपी जियाउल हक सहित कई हत्याओं का अरोप है। कहा जाता है कि सरकार किसी की भी हो लेकिन कुंडा में केवल राजा भैया की ही चलती है। यहां की सरकार यही हैं। जनता मेें भी इनकी खासी लोकप्रियता है।
अमरमणि त्रिपाठी

अमरमणि त्रिपाठी की गिनती भी एक बाहुबली नेता के तौर पर की जाती है। अमरमािण त्रिपाठी कई बार के विधायक रहे हैं। वे यूपी की कई सरकारों में मंत्री भी रहे हैं। उन्हें यूपी की राजनीति के प्रभावशाली नेताओं में गिना जाता है। अमरमणि को दलबदलू नेता के तौर पर भी जाना जाता है। वे कई पार्टियों में रह चुके हैं। उन पर हत्या सहित कई मामले दर्ज हैं। इस समय अमरमणि कवियित्री मधुमिता शुक्ला की हत्रूा के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं वे इस समय गोरखपुर जेल में बंद हैं। अमरमणि के बेटे अमनमणि इस समय नौतनवा से निर्दल विधायक हैं।
अतीक अहमद

अतीक अहमद यूपी की राजनीति में वे बाहुबली नेता हैं, जो हारे या जीते लेकिन उनका जलवा कम नहीं होता। उन्हें एक खतरनाक बाहुबली नेता के तौर पर जाना जाता है। अतीक अहमद फूलपुर से सांसद रह चुके हैं वे कई बार के विधायक भी रह चुके हैं। अतीक अहमद द्वारा हाल ही में मुंबई के एक व्यापारी को फोन पर धमकी देने का मामला सामने आया है। अतीक अहमद इस समय देवरिया जिला जेल में बंद हैं। इन पर हत्या की कोशिश्, अपहरण, हत्या के करीब ४२ मामले दर्ज हैं। राजनीति में आने के बाद भी अतीक अहमद आज तक अपराध की दुनिया से बाहर निकल नहीं पाए हैं। वे अपनी गतिविधियों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। २०१४ का लोकसभा चुनाव उन्होंने सुल्तानपुर से लड़ा था, लेकिन वे भाजपा के वरुण गांधी से चुनाव हार गए थे।
हरिशंकर तिवारी

हरिशंकर तिवारी एक ऐसा नाम है जिसके आगे बड़े-बड़े लोग भी पनाह मान लेते हैं। ये पूर्वांचल के कुख्यात बाहुबली नेता हैं। हरिशंकर तिवारी चिल्लूपार विधानसभा सीट से कई बार विधाकय रहे हैं। इनका रेलवे से लेकर पीडब्ल्यूडी की ठेकेदारी समेत अन्य विभागों के ठेकों पर कब्जा रहा है। हरिशंकर तिवारी के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, फिरौती और अपहरण के २५ से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। हरिशंकर तिवारी वे पहले नेता रहे हैं जो जेल में रहते हुए भी चुनाव जीत गए थे। वे चिल्लूपार से कई बार विधायक रहे हैं। वे यूपी की कई सरकारों में मंत्री भी रह चुके हैं। इस समय चिल्लूपार से उनके बेट भीष्म शंकर तिवारी उर्फ विनय तिवारी बसपा से विधायक हैं।
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