अखिलेश यादव को एक और बड़ा झटका, बीजेपी में शामिल हुए सपा के यह दिग्गज नेता, इन्हें भाजपा देने जा रही है बड़ी जिम्मेदारी
सामने आ रहा यह नामराजनीतिक जानकारों का कहना है कि शिवपाल यादव इशारा शायद सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव (Ramgopal Yadav) की तरफ है। शिवपाल और रामगोपाल की अदावद जगजाहिर है। 2017 के विधानसभा चुनाव के वक्त जब चाचा-भतीजे में वर्चस्व की जंग छिड़ी थी। रामगोपाल भाई के बजाय भतीजे अखिलेश के साथ न केवल खड़े नजर आये थे, बल्कि उनकी मदद अखिलेश सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गये और शिवपाल को पार्टी से बाहर होना पड़ा। नाराज शिवपाल कई बार भरे मंच रामगोपाल यादव पर निशाना साध चुके हैं। इसी नाराजगी के चलते 2019 के लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद सीट से सपा प्रत्याशी रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव के खिलाफ खुद शिवपाल यादव चुनावी मैदान में उतरे थे। शिवपाल के कारण ही भारतीय जनता पार्टी फिरोजाबाद सीट जीतने में सफल रही। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या चाचा-भतीजे अपने-अपने सारे गिले शिकवे भुलाकर फिर से एक हो सकेंगे। और क्या बेटे की शिकायत के बाद सपा में नंबर दो की हैसियत रखने वाले रामगोपाल यादव ऐसा होने देंगे?
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शिवपाल की घरवापसी पर बोले अखिलेश यादवशिवपाल यादव को सपा में शामिल करने के सवाल को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी में जो भी आना चाहे आये, आंख बंद करके पार्टी में शामिल कर लेंगे। विधानसभा सदस्यता रद्द की याचिका भी वापस ले लेंगे। कहा कि परिवार में परिवारवाद नहीं, लोकतंत्र है।
अखिलेश यादव के बयान के बाद शिवपाल यादव ने कहा कि मेरी तरफ से परिवार में एकता की पूरी-पूरी गुंजाइश है, लेकिन कुछ षड्यंत्रकारी लोग परिवार को एक नहीं होने देना चाह रहे हैं।