हर साल होती है बंदी केमिस्ट एसोसिएशन के प्रवक्ता विकास सिंह ने बताया कि दवा कारोबारी सालभर लगातार काम करते हैं। इस लिए हर साल पांच दिन ठंड में थोक दवा बाजार बंद रखी जाती है। वहीं कोरोना काल की वजह से इस बार चार दिन ही थोक दवा व्यवसाइयों ने बंदी का फैसला किया है। इस दौरान फुटकर दवा विक्रेताओं ने सभी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक कर लिया है। मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। संबंधित दवाओं की उपल्ब्धता बरकरार रहेगी। वहीं जरूरत पड़ने पर थोक दुकानें खोलकर भी आपूर्ति को बहाल किया जा सकता है। पहले से ही सभी फुटकर दुकानों को शीतकालीन अवकाश की जानकारी दे दी गई है, ताकि वह जरूरी दवाओं का स्टॉक कर लें। अगले साल तीन जनवरी से थोक दवा की दुकानें पहले की तरह खुलेंगी।