गोमती नगर के विराम खंड निवासी कृष्ण कुमार बताते हैं कि उनके बेटे निखिल की शादी 2012 में हुई थी। उसकी पत्नी का व्यौहार पिछले कुछ सालों से ठीक नहीं था। मेरा बेटा निखिल घर पर परचून की दुकान खोलकर अपना व्यवसाय करता था। जबकी उसकी पत्नी अंजु सामाजिक काम करने वाली एक एनजीओ से जुड़ गई थी। वहाँ काम करने वाली महिला बॉस के साथ अंजु की नज़दीकियों बहुत बढ़ गई थी। इसी वजह से निखिल ने आत्महत्या कर ली। इसके पहले कई बार पुलिस ने भी निखिल की पत्नी अंजु को समझने का प्रयास किया था, लेकिन वो एनजीओ की बॉस को छोडने को तैयार नहीं थी।
कृष्ण कुमार के मुताबिक निखिल और अंजु की सात साल की बेटी भी है। लेकिन जबसे अंजु की नज़दीकियाँ उसकी महिला बॉस से बढ़ी तो पति और बच्ची दोनों पर ध्यान देना बंद कर दिया। घर के अंदर भी वो निखिल से दूर ही रहने लगी थी। निखिल का साथ छोडकर अपनी बॉस के साथ ही रहना चाहती थी। इसके लिए वो बेटी और पति दोनों को ही छोडने को तैयार थी। पुलिस भी अंजु को कई बार महिला की बॉस के साथ रहने की ज़िद छोडने के लिए समझा चुकी थी। लेकिन वो नहीं मान रही थी। जिसको लेकर परिवार में माहौल खराब हो रहा था। इस बात से निखिल काफी डिप्रेशन में भी रहता था।
महिला बॉस प्रॉपटी का भी काम करती थी
गोमती नगर इंस्पेक्टर केशव कुमार तिवारी ने बताया कि सुसाइड नोट में महिला बॉस से पत्नी अंजु की नज़दीकियों का बहुत गंभीर बात लिखी गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।