जल्द आएगी ठंडक, शून्य तक जा सकता है पारा मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, लखनऊ में मॉनसून के दौरान 772 मिलीमीटर बारिश सामान्य रहती है। इस साल अब तक 919 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जबकि मानसून जाने में पूरा महीना बाकी है। नॉर्दर्न रीजन के मौसम विभाग के डायरेक्टर सुरिन्दर पॉल के मुताबिक, जब बारिश अधिक होती है तो जमीन नम हो जाती है। ऐसे में अनुमान है कि इस बार लखनऊ और प्रदेश के उत्तर पश्चिम के तराई में कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड पड़ेगी। ऐसे में सर्दी जल्द आएगी। ऐसी दशाओं में पारा शून्य तक भी पहुंचेगा।
तेज बारिश होने का अनुमान मौसम विभाग के निदेशक जे. पी. गुप्ता के अनुसार, दिन में मध्य उप्र और पूर्वाचल में घने बादल छाए रहेंगे और कई जिलों में सामान्य से लेकर तेज बारिश होने का अनुमान है। बारिश की वजह से तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आएगी। उमस में भी कमी होगी।
इन जिलों में भारी बारिश की संभावना
लखनऊ समेत कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, बरेली, मेरठ, सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, बुलंदशहर, अलीगढ़ आदि जिलों में भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से भारी बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है ।
लखनऊ समेत कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, बरेली, मेरठ, सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, बुलंदशहर, अलीगढ़ आदि जिलों में भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से भारी बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है ।
बारिश से पलायन करने को मजबूर हुए लोग
बता दें कि भारी बारिश के चलते गंगा, यमुना, घाघरा नदियों के किनारे रहने वाले लोग पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है। नदी किनारे के शहरों में बाढ़ का पानी लगातार अंदर घुसता जा रहा है। जिससे करीब 200 गांव प्रभावित हो गए है। इसमें कानपुर, कन्नौज, फर्रुखाबाद, बुलंदशहर, उन्नाव, गोंडा, बाराबंकी और
फतेहपुर आदि जिले शामिल हैं। इन इलाकों के स्कूल भी जलमग्न हो गए है, जिसके चलते स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।