योगी सरकार ने पिछली साल लगाई थी रोक
अखिलेश सरकार की इस यश भारती पेंशन योजना की जांच नाम पर योगी सरकार ने पिछली साल रोक लगा दा थी। योगी सरकार ने यश भारती पेंशन की बहाली के लिए मासिक पेंशन नियमावली, 2018 बनाकर जारी की है। अखिलेश सरकार में यश भारती सम्मान और पद्म पुरस्कारों से अलंकृत विभूतियों को 50 हजार रुपए मासिक पेंशन दी जाती थी लेकिन अब योगी सरकार ने 50 हजार से घटाकर उसको आधा 25 हजार रुपए प्रतिमाह कर दिया है।
जानें क्या यश भारती पेंशन
यश भारती सम्मान की शुरूआत मुलायम सिंह यादव सरकार ने कला, संस्कृति, साहित्य या खेलकूद के क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन करने वालों के लिए यश भारती पेंशन के रूप में सन 1994 में की थी। यश भारती पेंशन उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले ऐसे लोगों यश भारती सम्मान के रूप को दी जाती है जिन्होंने कला, संस्कृति, साहित्य या खेलकूद के क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन किया हो। ऐसे लोगों को पुरस्कार के रूप में 11 लाख रुपए के अलावा 50 हजार रुपए की पेंशन जीवन भर मिलती है लेकिन अब योगी आदित्यनाथ ने उसकी रकम घटाकर 25 हजार रुपए कर दी है।
लोगों की जन्मभूमि या कर्मभूमि भी यूपी ही होनी चाहिए
योगी सरकार ने इसमें एक अहम बदलाव किया है कि जिन लोगों ने कला, संस्कृति, साहित्य या खेलकूद के क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन किया है उन लोगों की जन्मभूमि या कर्मभूमि भी उत्तर प्रदेश ही होनी चाहिए। इस नियमावली के तहत यूपी के ही रहने वाले पात्र व्यक्तियों को 25 हजार रुपए की मासिक पेंशन आजीवन दी जाएगी। इसके लिए पेंशनर को प्रत्येक वित्तीय वर्ष की शुरुआत में जीवित होने का प्रमाणपत्र देना होगा तभी उन लोगों की पेंशन जारी रहेगी।
इन हस्तियों को मिल चुका है इस पेंशन का लाभ
बताया जा रहा है कि अब तक यह सम्मान अमिताभ बच्चन, हरिवंश राय बच्चन, अभिषेक बच्चन, जया बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन, शुभा मुद्गल, रेखा भारद्वाज, रीता गांगुली, कैलाश खेर, अरुणिमा सिन्हा, नवाज़ुद्दीन सिद्द़ीकी़, नसीरूद्दीन शाह, रविंद्र जैन, भुवनेश्वर कुमार जैसी बड़ी-बड़ी हस्तियों को मिल चुका है।