बराबर हुए योगा और अखिलेश के फॉलोवर्स लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हो चुके योगी आदित्यनाथ इंटरनेट मीडिया पर भी बेहद सराहे जा रहे हैं। दरअसल इंटरनेट मीडिया पर शुक्रवार को कुछ जानकारी सामने आई, जिसमें ट्विटर पर नेताओं के फॉलोअर्स की संख्या की जानकारी दी गई। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ ने अभी तक शीर्ष पर चल रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की बराबरी कर ली है। यानी सीएम योगी की लोकप्रियता का आलम यह है कि ट्विटर पर उनके और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के फॉओलर्स की संख्या बराबर हो गई है।
ये नेता भी ट्विटर पर एक्टिव सीएम योगी, अखिलेश यादव के अलावा बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती (Mayawati) के 1.8 मिलियन फॉलोअर्स पर हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती अक्टूबर 2018 से ट्विटर पर सक्रिय हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) भी ट्विटर पर बेहद एक्टिव हैं। उन्होंने फरवरी 2019 में अपना अकाउंट बनाया था और आज उनके फॉलोअर्स की संख्या 3.7 मिलियन पर पहुंच गई है। इसके अलावा यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या (Keshv Prasad Maurya) 2.8 मिलियन फॉलोवर और डॉ. दिनेश शर्मा (Dr Dinesh Sharma) भी 1.9 मिलियन फॉलोवर के साथ ट्विटर पर एक्टिव रहते हैं। आप के यूपी प्रभारी संजय सिंह (Sanjay Singh) भी ट्विटर पर काफी एक्टिव रहते हैं और उनके फॉलोवर्स की संख्या 1.5 मिलियन है।
ट्विटर पर वार-पलटवार दरअसल डिजिटल दौर में अब नेता स्थलीय सक्रियता के साथ ही इंटरनेट मीडिया पर भी बेहद एक्टिव हो गए हैं। किसी भी घटना की जानकारी के साथ ही प्रतिक्रिया तथा बधाई देने के लिए अब नेता ट्विटर का काफी प्रयोग कर रहे हैं। बात अगर मायावती, प्रियंका गांधी और संजय सिंह की करें तो यह तीनों नेता सरकार की नीतियों और फैसलों को लेकर ट्विटर पर हमेशा आक्रामक मुद्दा में रहते हैं। यह तीनों नेता सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ते और जनता तक अपनी व अपनी पार्टी की राय पहुंचाने का काम करते हैं। जिसपर जनता भी इन नेताओं से सीधा संवाद करती है। कई बार तो इन्हें जनता का साथ मिलता है जबकि कई बार इन्हें खरी-खोटी भी सुननी पड़ती है है। वहीं प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा अक्सर विपक्षी नेताओं के ट्वीट का जवाब अपने ट्विटर अकाउंट से देते नजर आते हैं। दोनों ही नेता सरकार के फैसलों और नीतियों का समर्थन करते हुए विपक्षी नेताओं को आंड़े हाथों लेते हैं।