सीधे किसानों से लिया जाएगा फीडबैक इसी को देखते हुए अब किसानों को बिना किसी बाधा के धान का उचित मूल्य दिलवाने संबंधी कार्य से भी मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को जोड़ा जा रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को सीधे क्रय केंद्रों के ऑनलाइन डाटा से जोड़ा गया है। इस डाटा के आधार पर वे किसानों से धान बेचने के 3 दिन बाद फोन करके पूछेंगे कि उनके खातों में रकम पहुंची या नहीं। केंद्र पर मूल्य में कोई कटौती नहीं की गई। हैंडलिंग या अन्य कोई चार्ज तो नहीं लिया गया। क्रय केंद्र के समय पर खुलने संबंधी समस्या या वहां जाने पर और असुविधा के बारे में भी जानकारी ली जाएगी। क्रय केंद्रों पर कर्मचारियों के व्यवहार, पानी और सैनिटाइजर की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली जाएगी।