कैसा था पिछला बजट
इससे पहले यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने के मकसद से वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 5 लाख 50 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था, जिसमें योगी सरकार ने बजट के अंदर 27,598 करोड़ रुपए की नई योजनाओं का ऐलान किया था। ऐसे में इस बार का बजट काफी खास है। पिछले बजट में रोजगार के लिए कुछ खास नहीं था।
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सपा विधायकों के साथ नहीं बैठना चाहते शिवपाल यादव, अखिलेश की वजह से 17 विधायकों की सीटों में हुआ बदलाव चार अध्यादेश भी पारित विधानमंडल के पिछले सत्र के बाद लाये गए चार अध्यादेशों के प्रतिस्थानी विधेयकों को भी सरकार बजट सत्र में पारित कराएगी। इनमें भातखंडे राज्य संस्कृति विश्वविद्यालय अध्यादेश, 2022, उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश, 2022, उत्तर प्रदेश औद्योगिक क्षेत्र विकास (संशोधन) अध्यादेश, 2022 और उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश, 2022 शामिल हैं।
मिशन-2024 में आधारित होगा बजट योगी सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के पहले चार महीनों के खर्च के लिए लेखानुदान पारित किया था, लेकिन अब सरकार पूरा बजट पेश करेगी। दरअसल, योगी आदित्यनाथ सरकार का पूरा फोकस मिशन-2024 पर है और इसके लिए सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि अगले पांच साल में जो काम पूरे होने हैं, उन्हें अगले दो साल में पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही इस बजट में योगी सरकार संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा करने के लिए बड़े फैसले लेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी विभागों ने 100 दिन, छह महीने और एक साल की कार्ययोजना पेश की है।
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