लखनऊ

Yogi Adityanath on Coronavirus Third Wave: कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए यूपी तैयार, दो लाख बेड तैयार, हर रोज तीन लाख टेस्ट की भी तैयारी

Yogi Adityanath on Coronavirus Third Wave: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी के 16 जिलों में निजी क्षेत्र के सहयोग से मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जाएगी।

लखनऊJul 26, 2021 / 03:20 pm

नितिन श्रीवास्तव

कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए यूपी तैयार, दो लाख बेड तैयार, हर रोज तीन लाख टेस्ट की भी तैयारी

लखनऊ. Yogi Adityanath on coronavirus Third Wave: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार कोशिशें कर रही है। सरकार दूसरी लहर में हुई मौतों को देखते हुए इस बार कोई भी लापरवाही नहीं बरतना चाहती। इसी वजह से कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश में दो लाख बेड तैयार कर लिये गए हैं। इसके साथ ही यूपी में हर दिन 3 लाख से ज्यादा लोगों का कोरोना टेस्ट कराने की भी व्यवस्था कराई गई है। सीएम योगी ने खुद इस बात की जानकारी दी है।
कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए यूपी तैयार

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कोरोना तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रदेश में दो लाख बेड तैयार कर लिए गए हैं। प्रतिदिन तीन लाख से अधिक कोरोना जांच करने की क्षमता भी विकसित कर ली गई है। यूपी तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी के 16 जिलों में निजी क्षेत्र के सहयोग से मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जाएगी। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही मेडिकल काउंसिल में प्रस्ताव भेजकर स्वीकृति प्राप्त कर ली जाएगी। सिद्धार्थनगर समेत नौ नए मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया इसी सत्र से प्रारंभ हो जाएगी। सरकार का कार्यकाल समाप्त होने तक सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। योगी ने कहा कि वर्ष 1947 से 2016 तक 69 वर्षों में उत्तर प्रदेश में सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज बन पाए थे जबकि पिछले चार वर्ष के दौरान 32 नए मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं या बन रहे हैं। इस सत्र में 14 नए मेडिकल कॉलेज भारत सरकार के सहयोग से तैयार किए जाएंगे। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश देश का ऐसा राज्य होगा, जहां सबसे अधिक संख्या में मेडिकल कॉलेज होंगे।
कोरोना को लेकर यूपी का शानदार प्रबंधन

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बेहतर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रबंधन से इंसेफेलाइटिस बीमारी अब सबसे न्यूनतम स्तर पर है। कोरोना से निपटने में भी शानदार प्रबंधन रहा। कोरोना से अमेरिका, इंडोनेशिया जैसे विकसित देशों में जनता त्रस्त है और सरकार परेशान है। वहीं यूपी में इस पर प्रभावी नियंत्रण सबके सामने है। कोरोना की पहली लहर के शुरुआत के समय सैम्पल को जांच के लिए यूपी से बाहर भेजना पड़ता था। तब और अब की स्थिति में बहुत परिवर्तन आ गया है।
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