19 दिसम्बर को पुराने लखनऊ में हुई इस हिंसा में उपद्रवियों ने शहर में कई स्थानों पर आगजनी की थी। इस बवाल में एक युवक की मौत भी हो गई थी। साथ ही कई सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद ही पुलिस ने उपद्रव करने वालों पर सख्ती शुरू कर दी थी। उपद्रवियों को चिन्हित कर उनसे ही जुर्माना वसूलने की तैयारी तेज कर दी गई थी। योगी सरकार ने उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए उनकी संपत्ति नीलाम करने के आदेश भी दिए थे।
उपद्रवियों के पोस्टर इससे पहले योगी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भड़की हिंसा में नुकसान की भरपाई के लिए तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले 53 आरोपियों के पोस्टर लगावाए। लखनऊ में 19 दिसंबर को सड़कों पर जमकर आगजनी और तोड़फोड़ की गई थी। इस हिंसा में निजी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों में ट्रांस गोमती के 13, हजरतगंज-24 और पुराने लखनऊ के 16 उपद्रवियों के पोस्टर लगाए गए हैं। हजरतगंज चौराहे समेत शहर के 12 से ज्यादा इलाकों में उपद्रवियों के पोस्ट लगाए गए हैं।