एक्सपर्ट्स की राय अर्थशास्त्री प्रो.एपी तिवारी का कहना है कि इस बार के बजट से युवाओं को काफी उम्मीदें है। कौशल विकास के जरिए रोजगार के अवसर इस बार बढ़ेंगे। आईटी सेक्टर व सोलर इनर्जी के साथ-साथ सरकारी नौकरियां भी बढ़ने की पूरी उम्मीद है। इसके अलावा किसानों के हित में भी कदम उठाएगी सरकार।
वहीं अर्थशास्त्री एमके अग्रवाल का कहना है कि इस बार सरकार का खास फोकस सरकारी विभागों में जॉब क्रियेशन हैं। यूपीएसएसएसी के जरिए तमाम वैकेंसीज आएंगी। सेल्फ इंप्लॉयमेंट भी बढ़े इस पर गवर्नमेंट का फोकस है।
इन्वेस्टर समिट लाएगा कई नौकरियां सरकारी नौकरियों में भी नई भर्तियां की आस लगाए बैठे छात्रों की उम्मीदों का प्रेशर सरकार पर है। पिछले दिनों कई बार इस मुद्दे पर सरकार घिरी भी है। बीबीडी इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल इंजीनियरिंग के तीसरे साल के छात्र देवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि उन्हें राज्य सरकार से उम्मीद हैं। वहीं इन्वेस्टर समिट के बाद भी कई नई नौकरियां आने की उम्मीद है। इस बार ऐसा बजट आए जिसमें युवाओं को नौकरियों की तमाम संभावनाएं हों। भवन निर्माण और सड़क निर्माण क्षेत्र में सिविल इंजीनियरिंग की बहुत सी संभावनाएं हैं, पर लम्बे समय से इस क्षेत्र में नौकरियों की वांट्स नहीं निकल रही हैं जिसके कारण युवा परेशान हैं।
आईटी सेक्टर में है बड़ी उम्मीद पिछले दिनों ऑटोमेशन के कारण आईटी सेक्टर में यूपी के कई युवाओं की नौकरियां चली गईं थीं। ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि सरकार आईटी क्षेत्र में रोजगार के चांस बढ़ाएगी। राम स्वरूप इंजीनियरिंग कॉलेज के ही आईटी की छात्रा सौम्या का कहना है कि अब तो अमेरिका में भारतीय आईटी क्षेत्र के लोगों को नौकरियां मिलना मुश्किल है। अब ऐसे में भारत सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसा बजट पेश करें जिसमें युवाओं को भारत में ही रहकर नौकरियां मिलें।
सरकारी नौकरियों में जल्द शुरू हो भर्तियां लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्र अमित सिंह का कहना है सरकारी नौकरियों में भर्तियां जल्द से जल्द शुरू होनी चाहिए। बीबीएयू की छात्रा वर्षा सिंह ने कहा कि बजट से इस बार उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं लग रही जिसमें युवाओं को ज्यादा रोजगार मिल सकें, लेकिन सरकार को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा नौकरियों की संभावनाओं को जगाएं और युवाओं को रोजगार दिलाए। अब यह मौका है कि नौकरियों का तोहफा देकर डैमेज कंट्रोल कर लें। सरकार को रोजगार परक बजट लाना चाहिए।