संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विधायक निधि और वेतन बढ़ाए जाने के मुद्दे पर पूरा सदन एक मत है और सत्ता पक्ष के सुरेश श्रीवास्तव ने विधायक निधि का मुद्दा उठाया। कहा कि विधायकों के वेतन को महंगाई सूचकांक से जोड़ते हुए इसे तय किया जाना चाहिए। विधायकों के प्रोटोकाल को ध्यान में रखकर उन्हें सुविधाएं दी जानी चाहिए।
कांग्रेस सदस्य आराधना मिश्रा और बसपा सदस्य उमाशंकर सिंह ने भी इसका समर्थन किया। उमाशंकर ने कहा कि विधायक निधि न के बराबर है। इसे 10 करोड़ किया जाना चाहिए। सदस्य नितिन अग्रवाल ने निधि बढ़ाने की बात रखते कहा कि विधायकों को उनके विधानसभा क्षेत्र में 100-100 बारात घर बनाने के लिए अलग से बजट देने की मांग की। सपा सदस्य नरेंद्र वर्मा ने कहा कि विपक्षी विधायकों को भी पांच-पांच करोड़ रुपये सड़क निर्माण के लिए दिया जाने चाहिए। विधायक निधि के पैसे से स्वास्थ्य केंद्रों में एसी लगवाने की अनुमति दी जानी चाहिए।
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अभी इतने रुपए है विधायक निधि
1. उत्तर प्रदेश में इस समय दो करोड़ रुपए विधायक निधि है। इसके पहले यूपी में 1.5 करोड़ रुपए विधायक निधि थी।
2. दिल्ली में पहले 04 करोड़ रुपए विधायक निधि थी लेकिन अब 10 करोड़ रुपए विधायक निधि है।
3. तमिलनाडु में 03 करोड़ रुपए विधायक निधि है।