वाराणसी में 21 से 23 जनवरी तक चलने वाले प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन पर कहा कि हमें उम्मीद है कि अर्धकुंभ में नहाने के बाद उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टमेंट होगा। उन्होंने कहा कि वह एनआरआई का स्वागत करते हैं। वह आयें और काशी देखें। कुंभ भी देखें। साथ ही लौटते समय एक्सप्रेस-वे पर भी जाएं, ताकि पता चले कि काम कौन कर रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भारत सरकार कुंभ में अच्छा काम कर रही है। कुंभ में दान का विशेष महत्व है। हमारी मांग है कि भारत सरकार यूपी को किला दान कर दे और सेना को यमुना किनारे शिफ्ट कर दिया जाए, जहां बहुत सी जमीन पड़ी है।
मुगलसराय की भाजपा विधायक साधना सिंह के बयान पर निशाना साधते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने मायावती को लेकर जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, वह राजनीति में कोई करता है क्या? राजनीति में ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। सपा प्रमुख ने कहा कि बीते वर्षों में इनकी राजनीतिक भाषा और व्यवहार देख चुकी जनता 2019 में इन्हें सबक सिखाने का काम करेगी। जो लोग भारतीय संस्कृति की दुहाई देते नहीं थकते, सोचिये उनकी भाषा क्या है? कहा कि सिर्फ छोटी इकाई ही नहीं, सबसे ऊंचे पद पर बैठने वालों की भी भाषा यही है। ये फ्रस्टेशन और डिप्रेशन मिला दो, यही है।