इसके पहले की योगी सरकार में कुल 60 मंत्री थे। इसमें से स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी ने चुनाव से पहले पाला बदल कर सपा का दामन थाम लिया था। वहीं इन चुनावों में योगी सरकार के 11 मंत्री चुनाव हार चुके हैं। जिनमें उप मुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य से लेकर, गन्ना मंत्री सुरेश राणा, युवा एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी, ग्राम्य विकास राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला जैसे नाम शामिल हैं।इनके अलावा योगी सरकार में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा था। उनके चुनाव नहीं लड़ने से संकेत यही है कि पार्टी उनका इस्तेमाल संगठन के लिए कर सकती है। ऐसे में उनके दोबारा उप मुख्यमंत्री बनने की संभावना बेहद कम है।
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स्वतंत्र देव सिंह को भी मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी संभावना है कि इस बार ओबीसी चेहरे के रूप में स्वतंत्र देव सिंह को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। वहीं दलित चेहरे के रूप में बेबी रानी मौर्य को भी बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। आपको बता दें कि बेबी रानी मौर्य उत्तराखण्ड की राज्यपाल रह चुकी हैं और आगरा ग्रामीण से जीत कर यूपी की विधानसभा पहुंची हैं। बेबी रानी मौर्य के साथ दो चीजें जुड़ी हैं पहली ये कि वो दलित हैं और दूसरी ये कि वो महिला हैं, इन दोनों खासियतों का उन्हें फायदा मिल सकता है। यह भी पढ़ें