उन्होंने कहा कि यह एक क्लास की गतिविधि नहीं, बल्कि एक समूह चर्चा थी, जिसमें मेरे सहित सभी मंत्रियों ने भाग लिया। परिणाम बहुत उत्साहजनक हैं और हम आने वाले दिनों में IIM के साथ दो और सत्र करेंगे। मैंने अपने कैबिनेट में फेरबदल के साथ ही IIM से इस बारे में बातचीत शुरू की थी। सारे मंत्री मेरे घर पहुंचे और यहां से यूपी राज्य परिवहन बसों में हम IIM परिसर तक साथ गए। बहुत ही अच्छा अनुभव था।
उन्होंने कहा कि हमारा सबसे बड़ा संसाधन हमारी आबादी है, जो खुद एक बड़ा बाजार है। पिछली सरकारों ने कानून-व्यवस्था पर नकारात्मक धारणा बनाई थी। हमने पिछले ढाई वर्षों में इसे बदलने की कोशिश की है। आज, स्थानीय और वैश्विक निवेशक यूपी में निवेश करने के इच्छुक हैं। हमारी भूमि सबसे उपजाऊ है और हम कृषि-निर्यात और खाद्य प्रसंस्करण में जबरदस्त काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के संदर्भ में, हम सड़क और हवाई संपर्क में सुधार कर रहे हैं। दो कॉरिडोर- दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल और डेडिकेटेड कॉरिडोर- यूपी से होकर गुजर रहे हैं। हम तीन नए एक्सप्रेस वे- पूर्वांचल, बुंदेलखंड और गंगा के माध्यम से अपनी कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। ये सभी यूपी की अर्थव्यवस्था को एक बड़ा बढ़ावा देंगे।