ये भागे रवि कुमार (24 वर्षीय) पुत्र बाखेरू राम निवासी दुर्गा मंदिर, समराला, जिला खन्ना,पंजाब। इसके मस्तक पर कटे का निशान है। सूरज कुमार पुत्र चातौप्रसाद निवासी मुसाफिर खान जिला सुल्ताननपुर, उत्तर प्रदेश। अस्थाई पता है- गांव खेरी धंडारा रोड सदर, लुधियाना। इसके सीधे हाथ पर कट का निशन है। अमन कुमार (23 वर्षीय) उर्फ दीपक पुत्र नवल किशोर निवासी गुरुनानक वर्कशॉप इकबाल नगर, मंडी गोबिन्दगढ़, जिला फतेहगढ़ साहिब। अर्शदीप सिंह उर्फ सिपा (24 वर्षीय) पुत्र बलबीर सिंह निवासी भवन संख्या-1. गली नम्बर 1, अजीतनगर, बरनाला रोड, संगरूर। इसके बाएं हाथ पर कट का निशान है। ये सभी कैदी चक्की में बंद थे।
कम्बल के सहारे भागे बताया गया है कि चारों कैदियों ने जेल से भागने के लिए कम्बल का सहारा लिया। जिस तरफ वह भागे हैं, उस तरफ रिहायशी इलाका है। एडीसीपी अरजिंदर सिंह का कहना है कि उस तरह भी छानबीन की जा रही है। हो सकता है कि कैदी वहीं पर छिपे हैं।
अर्धसैन्य बल तैनात, फिर भी लापरवाही लुधियाना जेल की सुरक्षा में पुलिस के साथ अर्धसैन्य बल भी तैनात है। यह माना जाता है कि लुधियाना सेन्ट्रल जेल पूरी तरह सरक्षित है। इसके बाद बाद भी कैदियों के भाग जाने की घटना बताती है कि हद दर्जे की लापरवाही हो रही है। इससे पहले जेल में कई बार मोबाइल मिल चुके हैं।