मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में किसी भी सरकारी कर्मचारी या अन्य की मिलीभगत के सामने आने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने नकली शराब बनाने और बेचने को रोकने में पुलिस और आबकारी विभाग की नाकामी को शर्मनाक करार दिया। उन्होंने कहा कि किसी को भी हमारे लोगों को जहर पिलाने की हरगिज इजाजत नहीं दी जायेगी।
इस मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का संकल्प करते हुए मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि जो भी नकली शराब बेचने के धंधे में शामिल है, वह इसको तुरंत बंद कर दे या फिर गंभीर नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस को दोषियों की खोज करने और इस केस में शामिल सभी व्यक्तियों पर आरोप तय करने के आदेश दिए हैं। इस केस में उन्होंने बीते दिन ही डिवीजन कमिश्नर को मैजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश दिए हैं जिनको एक महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि एसी गैर-कानूनी कार्यवाहियों को सहन नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हर पंजाबी की जिंदगी बेशकीमती है और कुछ अपराधियों की लालसा की भूख मिटाने के लिए वह लोगों को मौत के मुँह में नहीं जाने देंगे।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को इस दुखद घटना, जिसमें बहुत से परिवार बर्बाद हो गए हैं, का सियासीकरण न करने की अपील करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अकाली-भाजपा के शासनकाल सहित पहले भी ऐसे मामले घट चुके हैं। साल 2012 और साल 2016 में क्रमवार गुरदासपुर और बटाला में भी ऐसी ही घटनाएँ घटी हैं। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में भी कई जानें गई थीं और बटाला केस में तो एफ.आई.आर. भी दर्ज नहीं हुई थी और न ही मुख्य दोषी के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई थी।