नारेबाजी और तोड़फोड़ भी की
मिली जानकारी के अनुसार युवा अकाली दल के नेता गुरदीप गोशा और मीतपाल डूगरी कुछ युवा कार्यकर्ताओं के साथ लुधियाना के सलेम ताबरी स्थित राजीव गांधी की प्रतिमा के पास पहुंचे। युवा कार्यकर्ताओं में से दो लोगों ने तोड-फोड करते हुए प्रतिमा पर कालिख पोत दी। दोनों ने वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर नारेबाजी भी की। बाद में कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने प्रतिमा को पानी व दूध से धुलवाया। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस कार्रवाई करेगी। घटना के सिलसिले में सलेम ताबरी थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है।
सीएम अमरिंदर सिंह ने बादल को लिया आडे हाथ
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने घटना की कडी निंदा करते हुए ट्वीट में कहा कि इस घटना के दोषियों को अपने अपराध के लिए पंजाब की जनता से माफी मांगना चाहिए। अमरिंदर सिंह ने अकाली दल अध्यक्ष सुखवीर बादल को कहा कि वे संकुचित राजनीति से बाज आएं। इस तरह की राजनीति का आने वाले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी पर बुरा असर पडेगा। सुखवीर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की इस घृणित कार्रवाई के लिए तुरन्त माफी मांगें। आगामी चुनावों में वोट हासिल करने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इस तरह के निंदनीय कामों से आप और आपका परिवार गुरूग्रंथ साहिब के अपमान व सिख समुदाय के प्रति अपराध के पाप से मुक्त नहीं हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सिख विरोधी हिंसा में कभी गांधी परिवार को नामजद नहीं किया गया लेकिन अकाली दल अपने राजनीतिक एजेंडे के चलते इस परिवार का जबरन घसीट रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ कांग्रेस,भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ता इस हिंसा में लिप्त थे और अदालत इनको सजा देने के लिए सुनवाई कर रहा है।