अंतरराष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारणी की मीटिंग का उद्घाटन करने विशेष तौर पर पंजाब पहुंचे राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी
लुधियाना। अंतरराष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारणी की मीटिंग का उद्घाटन करने विशेष तौर पर पहुंचे पंजाब के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने वैश्य भाईचारे को देश की देश की आर्थिकता का मुख्य धुरा करार देते हुए कहा कि इस भाईचारे ने देश और समाज के विकास में बहुत अहम योगदान डाला है, जो कि बहुत सराहनीय है।
सोलंकी ने कहा कि पूरे विश्व में भारतीय लोग मानवता की सेवा और मेहनती मनुष्य के तौर पर जाने जाते हैं। इन गुणों के फलस्वरूप जहाँ भारतवासियों ने अलग -अलग क्षेत्रों में प्रख्याती हासिल की है,वहीं संपूर्ण मानवता के सामाजिक व आर्थिक उत्थान में भी अहम योगदान डाला है।
उन्होंने वैश्य भाईचारे की तरफ से देश व समाज के उत्थान के लिए डाले गए कीमती योगदान की सराहना करते हुए कहा कि इस भाईचारे ने अपनी मेहनत और लग्न से देश की आर्थिकता को बहुत पर उठाया है। उन्होंने बड़े फख़ऱ के साथ कहा कि आज देश की 75 प्रतिशत आर्थिकता इस भाईचारो के हाथ में है। वैश्य भाईचारे और इस की अधीनता वाली 365 के करीब जातियों की तरफ से समाज सेवा क्षेत्र में शुरू किये कार्यों को क्रांतिकारी कार्य बताते श्री सोलंकी ने उम्मीद जताई कि 21 वीं सदी में भारत देश विश्व का श्रेष्ठ देश बन कर उभरेगा।
सोलंकी ने अन्य जातियों और भाईचारों से भी अपील की, कि वह वैश्य भाईचारे की तरफ से अपनाए गए गुणों के प्रेक्षक बने। समारोह में संबोधन करते हुए पंजाब विधान सभा के स्पीकर डा. चरणजीत सिंह अटवाल ने कहा कि आज ज़रूरत है कि हमारे देश के सभी भाईचारे एकजुट हो कर देश को विश्व के चोटी के देशों में शुमार करने के लिए सख्त प्रयत्न करें।
वैश्य भाईचारे की तरफ से शुरू किए गए समाज सुधार के कार्यों की प्रशंसा करते हुए डा. अटवाल ने कहा कि हरेक भारतीय को ऐसे कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय वैश्य फैडरेशन के पंजाब यूनिट के चेयरमैन व कैबनेट मंत्री मदन मोहन मित्तल और फैडरेशन के प्रधान रामदास अग्रवाल ने गवर्नर श्री सोलंकी व अन्य प्रमुख शख्सियतों का स्वागत करते हुए कहा कि देश के आर्थिक व सामाजिक तौर पर उत्थान में वैश्य भाईचारे की तरफ से 90 प्रतिशत से भी अधिक योगदान डाला जा रहा है।
राष्ट्रीय कार्यकारणी की दो दिवसीय मीटिंग, जो कि पहली बार पंजाब में हो रही है, में वैश्य भाईचारे की बेहतरी और समाज सेवीं कार्यों के विषय विचार विमर्श किए जाएंगे। उन्होंने 26 करोड़ की संख्या वाले वैश्य भाईचारे को दुनिया का सब से बड़ा दानी भाईचारा करार देते हुए कहा कि वह देश के लिए जान कुर्वान करने वाले लाला लाजपत राय, महात्मा गांधी व आज़ादी के परवानों से शिक्षा ले कर समाज सेवीं कार्यों के लिए हमेशा कार्यशील रहेंगे। इस मौके वैश्य भाईचारे के आई. ए. एस. की तैयारी कर रहे तीन नौजवानों को इस परीक्षा की उत्तम तैयारी करने के लिए 1-1 लाख रुपए की राशि के चैक भी भेंट किए गए। प्रबंधकों ने बताया कि फैडरेशन की तरफ से अब तक 73 होनहार विद्यार्थियों को यह राशि दी जा चुकी है, जो कि भविष्य में भी जारी रहेगी।