गंडक से आया मगरमच्छ
दरअसल यह डर तब उत्पन्न हुआ जब गंडक नदी से बहता हुआ एक मगरमच्छ बगहा की बस्ती में पहुंच गया। इस मगरमच्छ ने भारी उत्पात मचाया। मगरमच्छ ने दो बकरियों को अपना निवाला बना लिया। जब मगरमच्छ को भगाने की कोशिश की गई तो उसने लोगों पर भी धावा बोल दिया। मगरमच्छ के इस हमले में दो लोग घायल हो गए। मगरमच्छ के हमले का शिकार हुए एक शख्स ने बताया कि ब सुबह वो लोग जगे तो उनकी दो बकरियों का शिकार कर मगरमच्छ घर के बाहर ही बैठा था। जब उसे भगाने की कोशिश हुई तो उसने दो लोगों को घायल भी कर दिया।
पकड़ा गया मगरमच्छ
इसके बाद ग्रामीणों ने मगरमच्छ को बांध दिया और वन विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना के बाद वनपाल अरविंद दुबे के नेतृत्व में पहुंची वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के साथ मिलकरइस मगरमच्छ का रेस्क्यू शुरू किया। कई घण्टों की मशक्कत के बाद पकड़कर मगरमच्छ को वन विभाग की टीम ले गई। पकड़े गए मगरमच्छ को गंडक नदी में वापस छोड़ दिया जाएगा। दुबे ने बताया कि मगरमच्छ ने जो नुकसान किया है उसका मुआवजा देने की प्रकिया शुरू कर दी गई है। बारिश की वजह से नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है, ऐसे में कई जीव जंतु पानी से निकलकर शहरी इलाकों में घुस रहे हैं।
मगरमच्छों ने डेरा डाला
बिहार के बगहा में गंडक नदी में पानी का जलस्तर बढऩे से कई गांव में जलस्तर बढ़ गया है। वहीं, इससे ग्रामीणों के बीच नई समस्या आ गई है. जंगल में बाढ़ का पानी घुसने के कारण रिहायशी इलाकों में मगरमच्छ घुस गए हैं। कई डोभ और निजी तालाबों में डेरा डाले मगरमच्छों से लोग डरे सहमे हुए हैं। वाल्मीकि टाईगर रिजर्व जंगल में बाढ़ का पानी प्रवेश करने और गंडक नदी का जलस्तर बढऩे से निकलकर रिहायशी इलाकों में मगरमच्छों का झुंड पहुंचा है।