युवा वर्ग व महिलाओं की पसंद
गौरतलब है कि युवा वर्ग और महिलाएं मधुबनी पेंटिंग्स से बने मास्क को खूब पसंद कर रही हैं। मधुबनी पेंटिंग हमेशा से महिलाओं के परिधानों और फैशन की शोभा बढ़ाती रही है। चाहे साड़ी हो, कुर्ती हो, दुपट्टा हो या फिर महिलाओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली हैंड बैग या थैला हो। इन सभी पर मधुबनी पेंटिंग के कलाकारों की कूची चलती रही है और इसी कड़ी में अब मास्क भी जुड़ गया है। ऐसे कोरोना बंदी के चलते इन दिनों बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से निकल रहे हैं वहीं स्कूल-कॉलेज भी बंद हैं, लेकिन ऑफिस जाने वाले कामकाजी लोग ,खासकर ऐसे लोग जो अपने पहनावे और फैशन में कुछ नया करने के साथ ही सोच भी सकारात्मक रखते हैं उन सभी लोगों को मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क खूब पसंद आ रहे हैं।
महिला समूहों की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने रेडियो पर बहुचर्चित कार्यक्रम ‘मन की बात’ में मधुबनी पेंटिंग युक्त मास्क की लोकप्रियता का जिक्र करते हुए कोरोना काल में बिहार के महिला स्वयं सहायता समूहों के नए प्रयोग की सराहना की। उन्होंने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि बिहार में कई महिला स्वयंसहायता समूहों ने मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क बनाना शुरू किया और देखते ही देखते यह खूब लोकप्रिय हो गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “यह मधुबनी मास्क एक तरह से अपनी परंपरा का प्रचार तो करता ही है और लोगों को स्वास्थ्य के साथ रोजगार भी दे रहा है।
बांस उत्पादों का जिक्र
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस मौके पर पूर्वोत्तर के बांस उद्योग के अभिनव प्रयोग का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर, त्रिपुरा और असम के कारीगरों ने बांस से उच्च गुणवत्ता युक्त पानी की बोतलें और टिफिन बॉक्स बनाना शुरू किया है। बांस से बने बने इन सामान की गुणवत्ता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, “आप अगर इनकी क्वालिटी देखेंगे तो भरोसा नहीं होगा कि बांस की बोतलें भी इतनी शानदार हो सकती हैं। ये बोतलें इको-फ्रेंडली भी हैं। इन्हें जब बनाते हैं तो बांस को नीम या दूसरे औषधीय पौधों के साथ उबाला जाता है जिससे इनमें औषधीय गुण भी आते हैं।”
लेमन ग्रास की खेती
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने झारखंड में समूह में हो रही लेमन ग्रास की खेती का जिक्रभी किया। उन्होंने कहा, “झारखंड के बिशुनपुर में इन दिनों 30 से ज्यादा समूह मिलकर लेमन ग्रास की खेती करते हैं। लेमन ग्रास चार महीने में तैयार हो जाती है और उसका तेल बाजार में अच्छे दामों में बिकता है और इसकी अच्छी मांग भी है। मोदी ने कहा कि सकारात्मक प्रयास से आपदा को अवसर में और विपत्ति को विकास में बदलने में बहुत मदद मिलती है।