वन विभाग के अफसरों ने बताया कि शनिवार की रात को 20 हाथियों का दल कक्ष क्रमांक-230 में पहुंचा है। गिरना जंगल के आसपास 15 किमी के दायरे में हाथियों का आना-जाना लगा है। वहीं पांच हाथी पिछले आठ दिनों से आसपास के गांवों में आतंक मचा रहे हैं। गिरना, ठाकुरदिया, सुखीपाली, डूमरपाली सहित कई गांवों में हाथियों की मौजूदगी के कारण दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि रविवार की शाम 50 हाथियों का दल ठाकुरदिया-गिरना मार्ग पर विचरण कर रहा था। इस कारण शाम पांच बजे के बाद आवागमन बंद हो गया।
गिरना-डूमरपाली गांव में आए लोग रूट बदलकर पिथौरा पहुंचे। रविवार को ओडिशा से हाथियों के आने की सूचना मिलने पर डीएफओ सहित वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी गिरना जंगल पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों को हाथियों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी। डीएफओ ने बताया कि ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया गया है। गश्ती दल अभी वहां मौजूद है। मालूम हो कि सिरपुर क्षेत्र के अलावा पिथौरा के गिरना क्षेत्र में हाथियों का आना-जाना लगा है। लोगों में हाथियों को लेकर खौफ है। एक-डेढ़ महीने पहले भी हाथी इस क्षेत्र में उत्पात मचा चुके हैं।