जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में 2022 तक प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केंद्र और उपस्वास्थ्य केंद्र को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रुप में विकसित करना है।पहले चरण में 15 अगस्त तक 5 वेलनेस सेंटर की स्थापना करने का लक्ष्य था, लेकिन स्टॉफ की कमी और कुछ स्थानों पर भवन निर्माण और अन्य सुविधाएं पुरी नहीं हो पाने के कारण अब वेलनेस सेंटरों को शुरू नहीं किया जा सका है।
जानकारी के अनुसार अगले महीने तक जिले के बागबाहरा ब्लॉक के हाथीबाहरा और भुरकोनी प्राथामिक हेल्थ सेंटर व पिथौरा के बीके बाहरा, लिलेसर और कुसमी उपस्वास्थ्य केंद्र को वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें से हाथीबाहरा, लिलेसर और भुरकोनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को वेलनेस सेंटर में बदलने की पुरी तैयारी कर ली गई है लेकिन स्टॉफ के चलते अब तक इन सेंटरों में काम शुरू नहींं हो पाया है।
स्वास्थ्य अधिकरी का कहना है स्टॉफ के पूर्ति के लिए सरकार से लगातार मांग कर रहे है, लेकिन विशेषज्ञों कमी के साथ ही एएनएम के हड़ताल के कारण वेलनेस सेंटर का काम अटका पड़ा है।ज्ञात हो कि, इन 5 वेलनेस सेंटरों के साथ ही बाद में जिले के सभी 31 स्वास्थय केंद्र और उपस्वास्थय केंद्रों को वेलनेस सेटंर के रूप में बदलने का लक्ष्य रखा गया है।
सीएमएचओ डॉ. एसबी मंगरूलकर ने बताया कि जिले में 31 वेलनेस सेंटर आरंभ होगा। शुरुआत में 5 वेलनेस सेंटर शुरू करना है। इसके लिए तैयारी चल रही है। इसके लिए स्वास्थ्य केंद्र और उपस्वास्थय केंद्रोंं के भवनों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के भवनों के रूप में रंग-रोगन किया जा रहा है। हाथीबाहरा, लिलेसर, और भुरकोनी का काम पूरा हो गया है।