जिन परिवारों में इस मांगलिक कार्य की तैयारियां चल रही है वे भला वैवाहिक बाजार में न आएं ऐसा हो ही न हीं सकता। कपड़ा, गहना, बर्तन और फर्नीचर दुकानों में मोल-भाव करते नजर आए रहे हैं। शादी की तैयारियां को लेकर सार्वाधिक भीड़ दुकानों में दिख रही है। विवाह सामग्री विक्रेताओं ने बताया कि आज से एक दशक पूर्व छीन के चमक मोर की मांग सबसे अधिक थी, किंतु अब बदलते समय के साथ पगड़ी और साफा की मांग बढ़ गई है।
इन दुकानों के अलावा इलेक्ट्रिानिक व फर्नीचर दुकानों में भी खरीददरों की खासी भीड़ दिखाई दे रही है। बाजार से मिली जानकारी के अनुसार वैवाहिक मुहुर्त के मद्देनजर प्लॉस्टिक एवं स्टील के सामानों में तेजी आई है। दोना पत्तल, प्लास्टिक के प्लेट व गिलास की मांग बढ़ गई है। वहीं जिन घरों में वैवाहि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे उनके द्वारा पूर्व में ही पंडाल, बैंड, धुमाल, डीजे आदि की बुकिंग हो की जा चुकी है। वहीं सामाजिक भवन व धर्मशाला की पहले ही बुकिंग हो जाने से कार्यक्रम स्थल की भारी किल्लत महसूस की जा रही है।
इस वर्ष विवाह के लिए 61 शुभ मुहूर्त
विवाह के लिए इस वर्ष के अंत तक 61 शुभ मुहुर्त है। अप्रैल में तीन तो मई में 16 व जून में 14 दिन मांगलिक कार्यों के लिए शुभ दिन है। इसके अलावा अबूझ मुहूर्त में विवाह योग्य युवक-युवती परिणय सूत्र में बंध सकते हैं। 7 मई को अक्षय तृतीया, 13 को जानकी नवमीं, व 18 को पीपल पूर्णिया को अबूझ मुहुर्त है। जून में 14 दिन शहनाई बजेगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार मई महीने में विवाह के लिए अधिक मुहूर्त होंगे। मई माह में 6, 7, 12, 13, 14, 17, 18, 19, 23, 28, 29, 30, जून में 8, 9, 11, 12, 16, 24, 25, जुलाई में 7, 8, 10, 11 और नवंबर में 18, 20, 22, 23 नवंबर को शुभ मुहुर्त रहेगा।