मिली जानकारी के अनुसार ग्राम अंसुला के सरकारी प्राथमिक शाला के प्रधानपाठक दिलीप कुमार साहू के घर दशगात्र कार्यक्रम आयोजित था। जहां दोपहर 1.30 बजे के बाद लोगों को भोजना परोसना शुरू किया गया। जैसे-जैसे लोग भोजन करते गए उनके पेट में मरोड़ के साथ दर्द और उल्टियां होने लगी। लोगों की हालत बिगड़ते देख ग्रामीणों ने संजीवनी 108 एंबुलेस बुलाकर पीडि़तों को अस्पताल पहुंचाना शुरू किया। इधर फूड प्वाइजनिंग की खबर मिलते ही प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। कलेक्टर से लेकर एसडीएम और तहसीलदार तक मौके पर पहुंचकर पीडि़तों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
फूड प्वाइजनिंग के शिकार 48 लोग पिथौरा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हैं। जिसमें 42 बच्चे और 6 व्यस्क शामिल है। सांकरा स्वास्थ्य केंद्र में 20 बच्चे और भर्ती हैं। जिनका उपचार चल रहा है। पीडि़तों ने बताया कि दशगात्र काय्र्रम में मशरूम(फुटू) की सब्जी बनी थी। जो ठीक तरह से पकी नहीं थी। उसे खाने के बाद भी लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। बीएमओ तारा अग्रवाल ने बताया कि संभवत: मशरूम खाने के बाद भी लोगों की तबीयत बिगड़ी है। फिलहाल सभी की स्थिति सामान्य है। पीडि़तों का लगातार एक्सपर्ट डॉक्टरों की निगरानी में उपचार किया जा रहा है।
सीएमएचओ एनके मंडपे ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग की शिकायत मिलने के बाद डॉक्टरों की एक टीम गांव भेजी गई है। जो लोगों की जांच के बाद के बाद विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी। इधर फूड प्वाइजनिंग की शिकायत मिलते ही कलेक्टर डोमन सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और पीडि़तों का हाल-चाल जाना।