दरअसल, नौवीं से बारहवीं के दृष्टिबाधित बच्चों का भविष्य और उज्ज्वल बनाने के लिए ऐसा प्रयास किया जा रहा है। मकसद यह है कि बच्चे बड़े होकर दूसरों की तरह अपना मुकाम हासिल करें। मिली जानकारी के अनुसार समग्र शिक्षा के तहत केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना समावेशी शिक्षा संचालित है। इसके तहत दिव्यांग बच्चों के लिए अच्छा वातावरण तैयार कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है।
पढ़ाई में आ रही बाधा को दूर करने का प्रयास भी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दृष्टिबाधित बच्चों को अध्ययन के लिए जो स्मार्टफोन दिए गए हैं, उसमें सुगम पाठ्यपुस्तक की व्यवस्था है। कैसे पढ़ाई करना है, इसके बारे में बच्चों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इस कारण बच्चों में पढ़ाई को लेकर उत्साह नजर आ रहा है। यही नहीं, दृष्टिबाधित छात्रों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी वरदान साबित हो रही है। दृष्टिबाधित छात्रों के लिए स्क्रीन रीडर व अन्य कई ऐसे सॉफ्टवेयर आज के दौर में आ गए हैं, जो उपयोगी साबित हो रहे हैं। यही नहीं, दृष्टिबाधित छात्र स्मार्टफोन के जरिए अपने कई कार्य खुद कर सकते हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी, बीएल कुर्रे ने बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को प्रशिक्षित किया गया है। स्मार्टफोन के माध्यम से अध्ययन भी कराया जा रहा है। दृष्टिबाधित बच्चों में शिक्ष गुणवत्ता लाने के लिए आधूनिक प्रयास किया जा रहा है।