ऐसे ही बलौदा स्थित साईं उपचार केंद्रों की एक शिकायत एसडीएम को दिए जाने के बाद नियमों ने अपनी टीम के साथ छापामार कार्रवाई की। उपचार केंद्रों को सील कर दिया गया। जांच में पाए गए सामानों व व्यवस्था को देखकर जांच दल भी अचंभित हो गए। अनेक सामानों को जप्त किया गया है । मिली जानकारी अनुसार गत दिनों ग्राम बलौदा के मुख्य मार्ग पर स्थित साई उपचार केंद्र संचालक तथाकथित चिकित्सक आलोक साहू की शिकायत एसडीएम कुणाल दुदावत व बीएमओ डॉ अमृत से की गई शिकायत की ,
जानकारी मिलने पर स्वयं बीएमओ डॉ अमृत अपने सहकर्मियों टीआर धृतलहरे, कमलेश पटेल, डोलमाणि भोई के साथ जांच में पहुंचे। जांच में अलोक साहू के पास चिकित्सा की कोई वैद्य डिग्री नहीं मिली और न ही नर्सिंग होम संचालन का कोई लाइसेंस मिला। उपचार केंद्र में बायो केमिकल वेस्ट मैनेजमेंट का पालन भी नहीं किया गया है। उक्त उपचार केंद्र में 4 जनरेशन एंटीबायोटिक का डॉक्टर की पर्ची है के बिना ही धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा था।
उपचार केंद्र के बाकायदा कार्डियक मॉनिटर मशीन के साथ पैथोलॉजी टेस्ट किये जाने का उपकरण भी लहकर रखा था। वहीँ उपचार केंद्र से कई एक्सपायरी दवाइयों को भी जब्त किया गया है। साई उपचार केंद्र के बाजू में डॉक्टर आलोक साहू की साई मेडिकल स्टोर दुकान भी होना बताया गया है। जहां इस मेडिकल स्टोर का फॉर्मास्टिक डिलेश्वर साहू निरीक्षण के दौरान वहां अनुपस्थित पाया गया। ड्रग इंस्पेक्टर भारद्वाज का कहना है कि इस प्रकरण में एफआईआर भी हो सकती है।